वर्तमान में ईरान और इजरायल की जंग ने दुनियाभर का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस बीच जंग में अमेरिका की ओर से भी दखल देने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। ईरान कोई नया देश नहीं है, बल्कि इसका अपना एक लंबा और समृद्ध इतिहास रहा है। इस लेख में हम ईरान से जुड़े 10 तथ्यों के बारे में जानेंगे।
ईरान को आधिकारिक तौर पर इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के नाम से जाना जाता है। यह पश्चिमी एशिया में स्थित एक देश है।
-प्राचीन नाम 'फारस': ईरान को 1935 तक 'फारस' (Persia) के नाम से जाना जाता था, जिसका अर्थ है "आर्यों की भूमि"। आपको बता दें कि यह दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है। इसकी जुड़े 7,000 साल पुरानी मानव बस्तियों से जुड़ी हुई हैं।
-इस्लामी गणराज्य: साल 1979 में इस्लामी क्रांति हुई, जिसके बाद ईरान एक इस्लामी गणराज्य बना।
-राजधानी और भाषा: ईरान की राजधानी तेहरान है। साथ ही, यह देश का सबसे बड़ा शहर भी है। वहीं, यहां की भाषा की बात करें, तो ईरान की आधिकारिक भाषा फारसी (Farsi) है। इस भाषा को पर्सियन भाषा भी कहा जाता है।
-विशाल तेल और गैस भंडार: ईरान देश अपने यहां विशाल तेल के भंडार के लिए जाना जाता है। रूस के बाद दुनिया में इसका दूसरा सबसे बड़ा प्रमाणित प्राकृतिक गैस भंडार है। वहीं, इतने बड़े भंडार के साथ ईरान दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश भी है।
-शिया इस्लाम का प्रभुत्व: आपको बता दें कि ईरान दुनिया का एकमात्र देश है, जहां शिया इस्लाम की राष्ट्रीय धर्म के तौर पर पहचान है। यहां की लगभग 90% से अधिक आबादी शिया है। वहीं, सुन्नी मुस्लिमों की संख्या कम है।
-यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल: ईरान सांस्कृतिक और ऐतिहासिक खजानों का धनी है। यहां एशिया में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों की संख्या तीसरी सबसे अधिक है। इनमें कुछ प्रमुख स्थलों की बात करें, तो ये पर्सेपोलिस, एस्फहान का नक्श-ए-जहां स्क्वायर और पसर्गदाए जैसे कुछ प्रमुख स्थल शामिल हैं।
-अस्थायी शादियों की प्रथा: ईरान में 'मुताह' (Mut'ah) या 'सिघे' (Sigheh) नामक अस्थायी शादियों की एक अनूठी प्रथा है। इसकी अवधि कुछ घंटों से लेकर कई वर्षों तक हो सकती है।
-पिस्ता की राजधानी: ईरान के बारे में एक दिलचस्प तथ्य यह है कि इसे पिस्ता की राजधानी के तौर पर भी जाना जाता है।
-सौर कैलेंडर का उपयोग: ईरान विश्व का एकमात्र देश है, जो ईरानी सौर कैलेंडर का उपयोग करता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यहां सप्ताहांत गुरुवार और शुक्रवार के दिन माना जाता है।
-कविता और साहित्य का महत्त्व: ईरानी संस्कृति में कविता और साहित्य का विशेष महत्त्व है। उमर खय्याम, रूमी और हाफ़िज़ जैसे प्रसिद्ध कवि यहां से संबंध रखते हैं।
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