भारतीय रेलवे देश की अर्थव्यवस्था में एक अहम भूमिका निभाती है। दैनिक यात्रियों से लेकर चीजें ढोने तक भारतीय रेलवे कई पहलुओं में देश की रीढ़ है। हालांकि, हम में से ज्यादातर लोग यात्रा करने के लिए रेल गाड़ी का चयन करते हैं, चाहें सफर लंबा हो या छोटा। बदलते समय के साथ-साथ रेलगाड़ियों में भी काफी बदलाव देखें गए हैं। जब भी बचपन में ट्रेन हमारे आस-पास से गुजरती थी, तब हम सबसे पहले उसके डिब्बे गिना करते थे और देखते थे की किस ट्रेन में सबसे ज्यादा डिब्बे हैं। लेकिन, आज हम आपको एक ऐसी ट्रेन के बारे में बताएंगे, जिसके डिब्बे गिनते-गिनते आपकी उंगलियां कम पड़ जाएगी और इसे गिनना भी इतना आसान नहीं होगा।
आज हम जिस ट्रेन की बात कर रहे हैं उसमें 100-200 नहीं बल्कि 600 से भी ज्यादा डिब्बे मौजूद हैं। अब तो आप इस बात का अंदाजा लगा ही सकते हैं कि इसे गिनना कितना मुश्किल होगा। 682 डिब्बे वाली इस ट्रेन को खींचने के लिए 8 इंजनों की जरूरत पड़ती है। 682 डिब्बों और 8 इंजनों वाली इस ट्रेन को दुनिया की सबसे लंबी रेलगाड़ी होने का खिताब मिला है। यह ट्रेन करीब 7 किलोमीटर से ज्यादा लंबी है। हालांकि हैरानी की बात यह है कि इस ट्रेन में एक भी यात्री सफर नहीं करता है।
दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन में कितने डिब्बे
यह 682 डिब्बों वाली दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन है। इस ट्रेन की लंबाई इतनी है कि इसमें एक-दो नहीं बल्कि 24 एफिल टावर समा सकते हैं दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन 'द ऑस्ट्रेलियन बीएचपी आयरन ओर' है, जो जून 2001 में शुरू हुई थी।
दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन कहां चलती है?
पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में बीएचपी आयरन ओर ट्रेन दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन है, जिसकी कुल लंबाई 4.6 मील यानी 7.353 किलोमीटर है। पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के पिलबारा क्षेत्र में चलने वाली इस ट्रेन को दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन का खिताब हासिल है। ऑस्ट्रेलिया के यैंडी माइन और पोर्ट हेडलैंड के बीच चलने वाली यह ट्रेन 275 किलोमीटर की दूरी तय करती है। इस यात्रा को तय करने में 10 घंटे लगते हैं।
दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन में कोई नहीं करता है यात्रा
दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन में एक भी यात्री सफर नहीं करता, क्योंकि यह एक मालगाड़ी है, जो कोयला और लौह अयस्क ले जाती है। इस ट्रेन की क्षमता 82,000 टन लौह अयस्क उठाने की है। द ऑस्ट्रेलियन बीएचपी आयरन के लिए एक निजी रेल लाइन बिछाई गई है, जिस पर यह चलती है। इसे माउंट न्यूमैन रेलवे कहा जाता है। इस ट्रेन को लौह अयस्क के परिवहन के लिए डिजाइन किया गया है।
लंबी ही नहीं, सबसे भारी भी है ट्रेन
लंबी होने के साथ-साथ ऑस्ट्रेलियाई बीएचपी आयरन ओर सबसे भारी ट्रेन होने का खिताब भी रखती है। ऑस्ट्रेलिया के यैंडी माइन से पोर्ट हेडलैंड तक चलने वाली यह ट्रेन 275 किलोमीटर की दूरी तय करती है, जिसमें 10 घंटे लगते हैं। ट्रेन की क्षमता 82,000 टन लौह अयस्क है। यह ट्रेन सरकारी नहीं बल्कि प्राइवेट ट्रेन है। आपको बता दें कि मांग में कमी को देखते हुए अब इस ट्रेन में कोच की संख्या घटाकर 270 कर दी गई है। इंजन की संख्या 8 की जगह 4 कर दी गई है।
भारत की सबसे लंबी ट्रेन कौन सी है?
भारत की सबसे लंबी ट्रेन सुपर वासुकी है। इस ट्रेन में 295 कोच हैं। इसकी लंबाई 3.5 किलोमीटर है। यह छत्तीसगढ़ के कोरबा से हर दिन 27 हजार टन कोयला लेकर निकलती है और नागपुर के राजनांदगांव जाती है। इस दूरी को तय करने में इसे 11.20 घंटे लगते हैं।
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