आईआईटी में पढ़ने का सपना देख रहे छात्रों के लिए एक अच्छी खबर है। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIT) एडमिशन के लिए नए रास्ते खोल रहा है। अभी तक इन प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश के लिए ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE Advance) ही एक मात्र रास्ता रहा है।
यह परीक्षा बेहद ही कठिनाईयों वाला होता है, जिसके लिए छात्र लाखों का खर्च कर के कोचिंग और हॉस्टल चुनते हैं। जेईई एडवांस क्लियर करने के लिए विद्यार्थियों को कोचिंग सेंटर में लाखों की फीस देनी पड़ती है, लेकिन अब ओलंपियाड के माध्यम से भी इन प्रतिष्ठित कॉलेजों में एडमिशन लिया जा सकता है। हालांकि इस पर सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या यह पारंपरिक योग्यता आधारित व्यवस्था (Meritocracy) के साथ धोखा नहीं है?
आईआईटी कानपुर ने शुरू की पहल
शैक्षणिक सत्र 2025-26 में आइआइटी कानपुर ने मैथ, फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और कंप्यूटर साइंस जैसे विषयों में अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड में चयनित पांच विद्यार्थियों को सीधे तौर पर बीटेक और बीएस कोर्स में एडमिशन मिलेगा। इन छात्रों को जेईई एडवांस परीक्षा में शामिल होने की कोई जरूरत नहीं है। इन कैंडिडेट को सीधे ओलंपियाड मेरिट के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया गया और फिर लिखित परीक्षा से चुना गया। सबसे खास बात यह है कि इन विद्यार्थियों को किसी 'ब्रिज कोर्स' की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
अन्य आइआइटी भी कर रहे प्रयोग
1. आईआईटी गांधीनगर और आईआईटी इंदौर ने भी इसी तरह की स्कीम के जरिए छात्रों को एडमिशन देने का विचार कर रहे हैं।
2. आइआइटी मद्रास ने 2025-26 में साइंस ओलंपियाड एक्सीलेंस प्रोग्राम शुरू किया है। इसके तहत हर ग्रेजुएशन विषय में दो अतिरिक्त सीटें ओलंपियाड विजेताओं के लिए आरक्षित रहेगी, जिनमें से एक सीट महिला अभ्यर्थी के होंगे।
3. आइआइटी बॉम्बे में इंडियन नेशनल मैथमेटिक्स ओलंपियाड के माध्यम से मैथ्स में प्रवेश की सुविधा दी है।
4. आइआइटी इंदौर विशेष स्पोर्ट्स चैनल के जरिए एक और ऑप्शनल प्रवेश मॉडल पर भी काम कर रहा है।
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