Bihar Election 2025 New Rules: भारत में चुनाव प्रबंधन लगातार विकसित हो रहा है, जहाँ पारदर्शिता, निष्पक्षता और मतदाता सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी दिशा में भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने ईवीएम (Electronic Voting Machine) पर उम्मीदवारों के नामों की नई व्यवस्था और लेआउट नियम लागू किए हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 इन नए सुधारों को लागू करने वाला देश का पहला राज्य बना है। इन बदलावों का उद्देश्य मतदाताओं को स्पष्ट, सुगम और भरोसेमंद मतदान अनुभव प्रदान करना है। अब ईवीएम पर उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें, समान फॉन्ट, और स्पष्ट सीरियल नंबर जैसी सुविधाएँ दी गई हैं, जिससे भ्रम की स्थिति न रहे और लोकतंत्र की पारदर्शिता और भी मजबूत हो।
EVM बैलेट पेपर लेआउट का नया फॉर्मेट:
ईवीएम भारत की चुनाव प्रणाली का तकनीकी आधार है। आयोग ने इसके लेआउट को आधुनिक बनाते हुए दृश्यता और पहचान को केंद्र में रखा है। बिहार चुनाव में यह सुधार पहली बार लागू हो रहे हैं, जिससे मतदाताओं को उम्मीदवार की सही पहचान करने में आसानी होगी।
Bihar Voter List 2025 में ऐसे Check करें अपना नाम, मोबाइल से करें Download
ECI के दिशा-निर्देश: उम्मीदवारों के नामों का क्रम
EVM और उससे जुड़े बैलेट पेपर पर नामों की क्रमवार व्यवस्था "Conduct of Elections Rules, 1961" के Rule 49B और Representation of the People Act, 1951 की धारा 38 के तहत की जाती है। आयोग के अनुसार यह क्रम इस प्रकार है:
1. दल की मान्यता के आधार पर
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पहले स्थान पर मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य दलों के उम्मीदवारों के नाम दर्ज किए जाते हैं।
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इसके बाद पंजीकृत (परंतु गैर-मान्यता प्राप्त) राजनीतिक दलों के उम्मीदवार आते हैं।
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अंत में निर्दल उम्मीदवारों (Independent Candidates) के नाम रखे जाते हैं।
2. वर्णानुक्रम के अनुसार
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प्रत्येक वर्ग में उम्मीदवारों के नाम उपनाम (Surname) के वर्णक्रम (Alphabetical Order) में रखे जाते हैं।
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यदि नामों में समानता हो तो आयोग द्वारा निर्धारित मानक प्रारूप के अनुसार क्रम तय किया जाता है।
3. ‘नोटा (NOTA)’ का विशेष स्थान
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“None of the Above (NOTA)” विकल्प हमेशा अंतिम बटन पर रहता है, ताकि यह स्पष्ट और अलग से दिखाई दे।
बिहार चुनाव 2025 के लिए नई डिज़ाइन सुविधाएँ
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए ईवीएम में आयोग ने कुछ डिज़ाइन सुधार किए हैं, जिनका उद्देश्य है दृश्यता और मतदाता अनुभव को बेहतर बनाना:
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रंगीन तस्वीरें: उम्मीदवारों की तस्वीरें अब रंगीन होंगी और निर्धारित स्थान के ¾ हिस्से को कवर करेंगी। इससे समान नाम वाले उम्मीदवारों में भ्रम नहीं रहेगा।
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सीरियल नंबर: प्रत्येक नाम और NOTA के आगे मोटे अक्षरों (Bold Font) में अंतरराष्ट्रीय भारतीय अंकों में 30 फ़ॉन्ट साइज के सीरियल नंबर अंकित रहेंगे।
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समान फ़ॉन्ट शैली: सभी उम्मीदवारों के नाम और NOTA एक ही फ़ॉन्ट प्रकार और आकार में प्रदर्शित होंगे, जिससे बैलेट पढ़ने में आसानी होगी।
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गुणवत्ता और रंग: विधानसभा चुनावों के लिए बैलेट पेपर 70 GSM गुणवत्ता वाले गुलाबी रंग (Pink RGB Shade) में मानकीकृत रूप से मुद्रित किए जाएंगे।
कानूनी ढांचा और पारदर्शिता
इन प्रक्रियाओं से निर्वाचन प्रणाली में निष्पक्षता, पारदर्शिता और मतदाता सशक्तिकरण सुनिश्चित होता है:
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दल मान्यता और वर्णानुक्रम पर आधारित क्रम किसी भी राजनीतिक पक्षपात को रोकता है।
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फोटो और स्पष्ट नंबर जैसी विशेषताएँ नाम या चुनाव चिन्ह की समानता से होने वाले भ्रम को दूर करती हैं।
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ये सभी सुधार कानूनी परीक्षणों, सार्वजनिक सुझावों और प्रशासनिक परामर्श के बाद लागू किए गए हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में ईवीएम पर उम्मीदवारों के नामों की स्थिति अब कानूनी नियमों, वर्णानुक्रम और नई डिज़ाइन व्यवस्था पर आधारित होगी। ये सुधार न केवल मतदाता अनुभव को आसान बनाते हैं बल्कि निर्वाचन आयोग की पारदर्शिता और लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता को भी और सशक्त करते हैं।
बिहार से शुरू हुआ यह बदलाव देशभर में नए मानक (New Standards) स्थापित करेगा, जहाँ मतदान प्रक्रिया केवल तकनीकी नहीं, बल्कि जन-सुविधा आधारित और भरोसेमंद लोकतांत्रिक व्यवस्था की मिसाल बनेगी।
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