नारियल संभवतः विश्व का सबसे उपयोगी और मूल्यवान उष्णकटिबंधीय फल है। इन्हें न केवल पेय पदार्थ के रूप में पिया और इस्तेमाल किया जाता है, बल्कि नारियल का उपयोग तेल, सौंदर्य प्रसाधनों और यहां तक कि रस्सियों और चटाई जैसे घरेलू उत्पादों के लिए भी किया जाता है।दुनिया भर में नारियल और नारियल उत्पादों की मांग बढ़ रही है, जिससे अधिकांश उष्णकटिबंधीय देशों में नारियल की खेती एक महत्त्वपूर्ण कृषि पद्धति बन गई है।
विश्व में सबसे बड़ा नारियल उत्पादक देश कौन-सा है?
विश्व भर में नारियल का सबसे बड़ा उत्पादक इंडोनेशिया है। इंडोनेशिया विश्व का सबसे बड़ा नारियल उत्पादक देश है, जिसका वार्षिक उत्पादन लगभग 17 मिलियन मीट्रिक टन है। देश की उष्णकटिबंधीय मौसम स्थितियां, उपजाऊ मिट्टी वाला विस्तृत द्वीपसमूह और प्रचुर वर्षा नारियल उगाने के लिए आदर्श परिस्थितियां प्रदान करती हैं।
उत्तरी सुलावेसी प्रांत विशेष रूप से नारियल के विशाल उत्पादन के कारण प्रसिद्ध है। इंडोनेशिया में स्थानीय लोगों के लिए पर्याप्त आपूर्ति है।
इसके अलावा, यह विश्व स्तर पर भारी मात्रा में नारियल और नारियल उत्पादों का निर्यात भी करता है, जिससे असंख्य किसान लाभान्वित होते हैं और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
विश्व के टॉप 5 नारियल उत्पादक देश
वर्ल्ड एटलसके अनुसार , 2025 तक शीर्ष पांच नारियल उत्पादक देश ये हैं, इनके अनुमानित वार्षिक उत्पादन स्तर और महत्वपूर्ण तथ्य:
रैंक | देश | उत्पादन (मिलियन मीट्रिक टन) |
1 | इंडोनेशिया | 17.13 |
2 | फिलिपींस | 14.77 |
3 | भारत | 14.68 |
4 | श्रीलंका | 2.47 |
5 | ब्राजील | 2.33 |
अकेले इंडोनेशिया, फिलीपींस और भारत वैश्विक नारियल उत्पादन का लगभग 73% उत्पादन करते हैं, जो नारियल उत्पादन में एशिया के नेतृत्व का प्रमाण है।
नारियल उत्पादन में ये देश शीर्ष पर क्यों हैं?
जलवायु: सभी सर्वाधिक नारियल उत्पादक देशों में उष्णकटिबंधीय जलवायु होती है, जिसमें गर्म तापमान और पर्याप्त वर्षा होती है, जिसके कारण नारियल के पेड़ों को पर्याप्त जल की आवश्यकता होती है।
भूगोल: इनमें से अधिकांश द्वीपीय देश हैं या इनकी लंबी तटरेखा है, जिसके लिए रेतीली मिट्टी और आर्द्रता सर्वोत्तम है।
कृषि से निकटता से संबंधित अवधारणा: नारियल की खेती एक सदियों पुरानी और किफायती कृषि पद्धति है, जो लाखों किसानों को आजीविका प्रदान करती है।
आर्थिक महत्त्व: नारियल उत्पाद स्थानीय अर्थव्यवस्था, निर्यात और पारंपरिक प्रथाओं के लिए आवश्यक हैं।
इंडोनेशिया विश्व में नारियल का शीर्ष उत्पादक है तथा इसके विस्तृत उष्णकटिबंधीय द्वीप नारियल की खेती के लिए आदर्श परिस्थितियां प्रदान करते हैं। फिलीपींस और भारत अगले स्थान पर हैं, जिससे एशिया विश्व स्तर पर नारियल उत्पादन का केन्द्र बन गया है।
श्रीलंका और ब्राजील भी प्रमुख स्थान पर हैं तथा वे शीर्ष पांच उत्पादकों में शामिल हैं। वे न केवल विश्व में नारियल की मांग को पूरा करते हैं, बल्कि लाखों लोगों की आजीविका को भी बनाए रखते हैं, क्योंकि नारियल की खेती उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में एक प्रमुख कृषि उद्योग है।
नारियल का यह अंतर्राष्ट्रीय उत्पादन खाद्य और पेय से लेकर सौंदर्य प्रसाधन और स्वास्थ्य पूरकों तक के उद्योगों की एक विस्तृत श्रृंखला का समर्थन करता है, जो अधिकांश उष्णकटिबंधीय संस्कृतियों के लिए "जीवन के वृक्ष" के रूप में नारियल के विशिष्ट कार्य को उजागर करता है।
पढ़ेंःक्या थी स्वदेशी आंदोलन होने की वजह, जानिए इसका इतिहास