भारत को विविधताओं का देश कहा जाता है। साथ ही, सामप्रदायिक तौर पर भी भी भारत की विशेष पहचान है। इस कड़ी में यहां अलग-अलग धर्मों का अपना महत्त्व है। इसमें से एक ईसाई धर्म भी है, जिसमें प्रार्थना के लिए चर्च प्रमुख होता है। क्या आप भारत के सबसे बड़े चर्च के बारे में जानते हैं। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
भारत का सबसे बड़ा चर्च कौन-सा है
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि भारत का सबसे बड़ा चर्च कौन-सा है। आपको बता दें कि भारत का सबसे बड़ा चर्च सी-कैथेड्रल चर्च है। यह चर्च ओल्ड गोवा में स्थित है।
90 साल में बनकर तैयार हुआ था चर्च
चर्च का निर्माण कार्य पुर्तगालियों द्वारा किया गया था। उन्होंने मुस्लिम सेना पर मिली जीत की याद में 1562 में चर्च का निर्माण शुरू किया था। क्योंकि, जीत सेंट कैथरीन के पर्व पर हुई थी, ऐसे में इस चर्च का नाम उनके नाम को समर्पित किया गया। खास बात यह है कि इस चर्च का निर्माण कार्य 90 साल में पूरा हुआ था।
कितना बड़ा है चर्च
चर्च की कुल लंबाई 250 फीट और चौड़ाई करीब 180 फीट है। बाहर से देखने पर यह चर्च सफेद रंग का दिखाई देता है। वहीं, चर्च के निर्माण के समय यहां दो मीनारें बनाई गई थीं, लेकिन 1776 में बिजली गिरने की वजह से एक मीनार ढह गई, जबसे यहां सिर्फ एक ही मीनार है।
चर्च में लगी है गोल्डन बेल
चर्च को लेकर एक खास बात यह भी है कि यहां एक बहुत बड़ी बेल लगी हुई है, जो कि दुनिया की सबसे बड़ी घंटियों में से एक है। इस बेल को गोल्डन बेल भी कहा जाता है। वहीं, इस बेल की आवाज सुरीली और बहुत शक्तिशाली है, जिसे पूरे ओल्ड गोवा में सुना जा सकता है।
सोने की नक्काशी से ढकी है मुख्य वेदी
चर्च के अंदर कुल 15 चौकियां हैं, जिनमें से एक क्रॉस ऑफ मिरेकल्स है। इसके अतिरिक्त, यहां एख मुख्य वेदी भी है, जो कि सोने की नक्काशी से ढकी हुई है। चर्च में सेंट कैथरीन के जीवन को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है।
दूर-दूर से पहुंचते हैं लोग
चर्च की भव्यता को देखने के लिए ओल्ड गोवा में दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं। ऐसे में यह मुख्य आकर्षण का केंद्र है। क्रिसमस के मौके पर यहां बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी होती है।
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