Speech on World Population Day 2025: हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य जनसंख्या वृद्धि से जुड़ी समस्याओं और उनके समाधान के प्रति जागरूकता फैलाना है। यह दिन वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है ताकि लोग यह समझ सकें कि तेज़ी से बढ़ती आबादी कैसे संसाधनों, पर्यावरण और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करती है।
विद्यालयों, कॉलेजों और समुदायों में इस अवसर पर विविध गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं – जैसे भाषण प्रतियोगिताएं, वाद-विवाद, निबंध लेखन, नारा लेखन आदि।
इस लेख में हम छात्रों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं विश्व जनसंख्या दिवस पर उपयुक्त 10 पंक्तियाँ, छोटे और बड़े भाषण विचार, जिनकी मदद से वे अपने विचारों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत कर सकें और मंच पर एक पुरस्कार विजेता प्रस्तुति दे सकें।लेकिन सबसे पहले आइए जानें विश्व जनसंख्या दिवस से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य, जिससे हमें इसके उद्देश्य, शुरुआत और इस वर्ष की थीम की बेहतर समझ मिल सके।
1.विश्व जनसंख्या दिवस की शुरुआत कब हुई थी?
विश्व जनसंख्या दिवस की शुरुआत 11 जुलाई 1987 को हुई थी, जब विश्व की जनसंख्या 5 अरब के आंकड़े को पार कर गई थी। इसे संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा स्थापित किया गया था ताकि जनसंख्या से जुड़े मुद्दों पर वैश्विक ध्यान केंद्रित किया जा सके।
2.विश्व जनसंख्या दिवस क्यों मनाया जाता है?
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य है:
- जनसंख्या वृद्धि के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना
- परिवार नियोजन, लैंगिक समानता और स्वास्थ्य सेवाओं की अहमियत बताना
- पर्यावरणीय असंतुलन और संसाधनों पर दबाव की ओर ध्यान आकर्षित करना
3.विश्व जनसंख्या दिवस 2025 की थीम क्या है?
इस वर्ष की थीम है:
"Empowering young people to create the families they want in a fair and hopeful world."
“युवाओं को सशक्त बनाना ताकि वे एक न्यायपूर्ण और आशावादी विश्व में अपनी पसंद के परिवार बना सकें।”
4.विश्व जनसंख्या दिवस के मुख्य बिंदु क्या हैं?
- जनसंख्या नियंत्रण की आवश्यकता
- शिक्षा और जागरूकता का महत्व
- परिवार नियोजन के उपाय
- युवाओं की भागीदारी
- पर्यावरण संतुलन बनाए रखना
- सरकारी नीतियाँ और योजनाएँ
- स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता
- महिलाओं की भूमिका और अधिकार
- सतत विकास के लक्ष्य
- वैश्विक सहयोग और प्रयास
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World Population Day Speech in Hindi – नीचे पढ़ें भाषण, 10 पंक्तियाँ और नारे
विश्व जनसंख्या दिवस छात्रों और युवाओं के लिए एक ऐसा अवसर है, जब वे भाषण, निबंध और अन्य रचनात्मक माध्यमों से सामाजिक जागरूकता फैला सकते हैं। नीचे हमने कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के छात्रों के लिए उपयुक्त 10 पंक्तियाँ, छोटे और बड़े भाषण शामिल किए हैं, जो प्रतियोगिताओं या स्कूल असेंबली में उपयोग किए जा सकते हैं।
संक्षिप्त भाषण | Short Speech on World Population Day in Hindi (2025)
आदरणीय प्रधानाचार्य जी, शिक्षकगण और मेरे प्रिय साथियों, नमस्कार। आज मैं विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर कुछ शब्द कहना चाहता/चाहती हूँ।
हर साल 11 जुलाई को यह दिन मनाया जाता है ताकि लोग बढ़ती जनसंख्या के प्रभावों को समझें और समाधान के लिए जागरूक बनें। तेज़ी से बढ़ती आबादी हमारे संसाधनों, पर्यावरण और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है। भोजन, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य – इन सभी क्षेत्रों पर जनसंख्या का असर पड़ता है।
इस वर्ष 2025 की थीम है:
“Empowering young people to create the families they want in a fair and hopeful world.”
अर्थात – “युवाओं को सशक्त बनाना ताकि वे एक न्यायपूर्ण और आशावादी दुनिया में अपनी पसंद के परिवार बना सकें।”
हमें शिक्षा, परिवार नियोजन, और महिलाओं के अधिकारों पर जोर देना चाहिए ताकि हम एक संतुलित और सुंदर समाज का निर्माण कर सकें। बढ़ती जनसंख्या के कारण संसाधनों की कमी, बेरोजगारी और पर्यावरण संकट जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। हम सभी को मिलकर जागरूकता फैलानी चाहिए कि ‘छोटा परिवार – सुखी परिवार’ सिर्फ नारा नहीं, एक ज़रूरत है। युवाओं को सही जानकारी और स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, तभी वे सही निर्णय ले सकेंगे। यदि आज हम सजग नहीं हुए, तो कल का भविष्य और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
आइए, हम सब मिलकर इस विषय पर गंभीरता से सोचें और समाज को जागरूक बनाएं।
धन्यवाद!
लंबा भाषण | Long Speech on World Population Day in Hindi (2025)
मान्यवर मंच, शिक्षकगण और मेरे प्यारे साथियों,
नमस्कार! आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हम सभी विश्व जनसंख्या दिवस 2025 मना रहे हैं – एक ऐसा अवसर जो हमें बढ़ती आबादी और उससे जुड़ी समस्याओं के बारे में सोचने पर मजबूर करता है।
हर साल 11 जुलाई को यह दिन मनाया जाता है क्योंकि 1987 में इस दिन विश्व की जनसंख्या 5 अरब के पार पहुंच गई थी। तब से लेकर आज तक आबादी लगातार बढ़ रही है, और इसके कारण कई सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियाँ उत्पन्न हो रही हैं। अत्यधिक जनसंख्या के कारण गरीबी, बेरोजगारी, शिक्षा की कमी, जल संकट, और प्रदूषण जैसी समस्याएं दिन-ब-दिन बढ़ रही हैं। इसका समाधान केवल सरकारों पर नहीं छोड़ा जा सकता। यह हम सभी की जिम्मेदारी है।
आज जरूरत है जनसंख्या नियंत्रण को सिर्फ नारे नहीं, एक जनांदोलन बनाने की। हमें समझना होगा कि सीमित संसाधनों के साथ असीमित जनसंख्या देश की प्रगति में बाधा बनती है। परिवार नियोजन अपनाकर हम न केवल अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि देश के विकास में भी योगदान दे सकते हैं। शिक्षित और जागरूक युवा ही समाज को नई दिशा दे सकते हैं। उन्हें सही जानकारी, स्वास्थ्य सेवाएं और अवसर देना हमारी जिम्मेदारी है। हर स्कूल और कॉलेज में ऐसे मुद्दों पर संवाद होना चाहिए, जिससे नई पीढ़ी सही दिशा में सोच सके। हमें यह भी समझना होगा कि महिलाओं की भागीदारी और सशक्तिकरण जनसंख्या नियंत्रण में अहम भूमिका निभाता है। जनसंख्या नियंत्रण केवल सरकार की नीति नहीं, समाज की नैतिक जिम्मेदारी भी है।
हमें स्कूलों, कॉलेजों और समुदायों में जनसंख्या नियंत्रण, परिवार नियोजन और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जागरूकता फैलानी चाहिए।इस वर्ष की थीम – "Empowering young people to create the families they want in a fair and hopeful world" – हमें प्रेरित करती है कि हम युवाओं को सशक्त करें, ताकि वे सोच-समझकर निर्णय लें और समाज में सकारात्मक भूमिका निभा सकें।
भाषण, पोस्टर, निबंध लेखन जैसी गतिविधियों के ज़रिए हम जनसंख्या के मुद्दे को लेकर सोच और समझ में बदलाव ला सकते हैं। आइए हम सब मिलकर जनसंख्या नियंत्रण और जागरूकता की इस मुहिम में भाग लें और एक बेहतर भविष्य की नींव रखें।
धन्यवाद!
विश्व जनसंख्या दिवस पर नारे | Slogans on World Population Day in Hindi
नीचे पढ़ें विश्व जनसंख्या दिवस 2025 के लिए प्रभावशाली, सरल और छात्रों के लिए उपयुक्त 10 बेहतरीन नारे (Slogans in Hindi) — जिन्हें आप पोस्टर मेकिंग, भाषण प्रतियोगिता, रैली या निबंध लेखन में उपयोग कर सकते हैं। इन नारों को अपने भाषण में शामिल करके आप अपनी प्रस्तुति को और भी अधिक प्रभावशाली और प्रेरणादायक (inspirational) बना सकते हैं:
- "जनसंख्या नहीं है वरदान, ये है हर संकट की पहचान!"
- "जनसंख्या पर लगाम लगाओ, देश को खुशहाल बनाओ!"
- "परिवार हो छोटा, जीवन हो खुशहाल!"
- "दो बच्चे सुखी परिवार की पहचान!"
- "जनसंख्या विस्फोट नहीं सहें, मिलकर जागरूकता कहें!"
- "जितने संसाधन उतने ही लोग, तभी बनेगा खुशहाल लोग!"
- "बढ़ती जनसंख्या, घटती संसाधन – सोचो कल का समाधान!"
- "शिक्षा और योजना अपनाओ, जनसंख्या पर नियंत्रण पाओ!"
- "जनसंख्या नियंत्रण है समय की मांग, तभी तो देश बनेगा महान!"
- "छोटा परिवार, देश की बड़ी ताक़त!"
विश्व जनसंख्या दिवस से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting Facts in Hindi)
नीचे हम विश्व जनसंख्या दिवस से जुड़े कुछ बेहद महत्वपूर्ण और रोचक तथ्य आपके साथ साझा कर रहे हैं, जिन्हें आप अपने भाषण में शामिल कर उसे और भी जानकारीपूर्ण व प्रभावशाली बना सकते हैं, जिससे आपकी बात श्रोताओं के दिलों तक पहुँच सके।
1. 11 जुलाई 1987 को विश्व की जनसंख्या 5 अरब पहुंची थी।
➤ यह दिन जनसंख्या विस्फोट की चेतावनी के रूप में देखा गया, जिससे जनसंख्या नियंत्रण की वैश्विक पहल को बल मिला।
2. 1989 में UNDP ने विश्व जनसंख्या दिवस की शुरुआत की।
➤ इस पहल का उद्देश्य था लोगों को जनसंख्या, स्वास्थ्य और विकास के बीच के संबंध को समझाना और जागरूकता फैलाना।
3. हर सेकंड दुनिया में लगभग 4.3 बच्चों का जन्म होता है और 1.8 लोगों की मृत्यु होती है।
➤ यह आंकड़ा दर्शाता है कि जनसंख्या कितनी तेज़ी से बढ़ रही है और क्यों इसके नियंत्रण पर गंभीरता से काम करना ज़रूरी है।
4. 2023 में भारत जनसंख्या के लिहाज़ से दुनिया में नंबर 1 बन गया।
➤ यह परिवर्तन भारत के लिए नई जनसंख्या नीतियों, संसाधन प्रबंधन और शिक्षा-स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की मांग करता है।
5. दुनिया की 20% आबादी, 80% संसाधनों का उपभोग करती है।
➤ यह वैश्विक असमानता को दर्शाता है और बताता है कि संसाधनों का संतुलित वितरण कितना जरूरी है।
6. हर साल विश्व जनसंख्या दिवस की अलग थीम होती है।
➤ ये थीमें हर बार किसी खास मुद्दे पर फोकस करके लोगों को सोचने और समाधान की ओर कदम उठाने के लिए प्रेरित करती हैं।
7. अधिक शिक्षित देशों में जनसंख्या वृद्धि दर कम होती है।
➤ शिक्षा लोगों को परिवार नियोजन, स्वास्थ्य और जीवन गुणवत्ता के प्रति जागरूक बनाती है, जिससे जनसंख्या नियंत्रण में मदद मिलती है।
यहां दिए गए भाषण, नारे और तथ्य छात्रों को विश्व जनसंख्या दिवस जैसे गंभीर विषय पर जागरूकता फैलाने में मदद करेंगे। ये विचार न केवल प्रतियोगिताओं में उनकी प्रस्तुति को प्रभावशाली बनाएंगे, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में सोचने और समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए भी प्रेरित करेंगे।
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