केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, छात्रों को अपने स्कोर में सुधार करने के लिए CBSE कक्षा 10 की दूसरी परीक्षा में विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और भाषाओं में से किन्हीं तीन विषयों को दोबारा देने का विकल्प देगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घोषणा अधिकारियों ने आज, 20 नवंबर को बोर्ड द्वारा आयोजित एक वेबिनार में की। इस दौरान उन्होंने 2025-26 शैक्षणिक सत्र के लिए अपनाई गई दोहरी परीक्षा प्रणाली से जुड़ी मुख्य जानकारियां दीं।
दी गई जानकारी के अनुसार, कक्षा 10 के छात्र हर साल दो बार CBSE बोर्ड की परीक्षा देंगे। पहली परीक्षा फरवरी-मार्च 2026 में होगी। वहीं, दूसरी परीक्षा मई 2026 में आयोजित की जाएगी। यह उन लोगों के लिए एक विकल्प होगा जो थ्योरी के स्कोर में सुधार करना चाहते हैं।
दोनों परीक्षाओं में से बेहतर स्कोर पर विचार किया जाएगा। अंतिम रिजल्ट के लिए ज्यादा अंकों वाले स्कोर को ही माना जाएगा। इससे कैंडिडेट को बोर्ड परीक्षा में अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने का मौका मिलेगा।
कैंडिडेट अपने स्कोर को बेहतर बनाने के लिए दूसरी परीक्षा में अधिकतम तीन विषयों में दोबारा परीक्षा दे सकते हैं। हालांकि, बोर्ड सभी विषयों में दूसरी परीक्षा का विकल्प नहीं देगा। यह सुविधा केवल उन्हीं विषयों में मिलेगी जिनमें बाहरी मूल्यांकन का हिस्सा 50 से ज्यादा है।
जो छात्र पहली परीक्षा में एक या दो विषयों में फेल हो जाते हैं, वे कंपार्टमेंट कैटेगरी के तहत दूसरी परीक्षा दे सकते हैं। हालांकि, जो छात्र पहली परीक्षा में तीन से ज्यादा विषयों में फेल हो जाते हैं, उन्हें 'एसेंशियल रिपीट' के रूप में चिह्नित किया जाएगा। उन्हें दूसरी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी, बल्कि उन्हें अगले साल परीक्षा देनी होगी।
पहले सत्र की परीक्षा का रिजल्ट अप्रैल में घोषित किया जाएगा, जबकि दूसरी परीक्षा का रिजल्ट जून में आएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि दाखिले समय पर हो सकें। पहली परीक्षा का रिजल्ट घोषित होने के बाद, छात्र दूसरी परीक्षा के लिए रजिस्टर कर सकते हैं और इसके बाद बोर्ड अंतिम सूची जारी करेगा।

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