झंडे हमेशा से किसी देश की पहचान, इतिहास और संस्कृति के शक्तिशाली प्रतीक रहे हैं। दुनिया के सभी झंडों में से एक के नाम सबसे लंबे समय तक लगातार इस्तेमाल होने वाले राष्ट्रीय ध्वज के तौर पर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है। इस सबसे पुराने झंडे के बारे में आगे पढ़ें।
किस देश का झंडा सबसे पुराना है?
दुनिया का सबसे पुराना राष्ट्रीय ध्वज डेनमार्क का डैनब्रोग है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इसे आधिकारिक तौर पर दुनिया के सबसे पुराने और लगातार इस्तेमाल होने वाले झंडे के रूप में मान्यता दी है।
इसे पहली बार 1219 में दर्ज किया गया था और यह 800 से ज्यादा सालों से इस्तेमाल में है। इसका डिजाइन लाल बैकग्राउंड पर एक सफेद स्कैंडिनेवियाई क्रॉस है। यह डिजाइन बहुत सरल, लेकिन प्रतिष्ठित है। बाद में इसी से प्रेरणा लेकर स्वीडन, नॉर्वे, फिनलैंड और आइसलैंड के झंडे बनाए गए।
डैनब्रोग का इतिहास
डैनब्रोग की कहानी 15 जून, 1219 को एस्टोनिया में हुई लिंडानिस की लड़ाई से जुड़ी है। कहा जाता है कि जब डेनमार्क की सेना संघर्ष कर रही थी, तब यह झंडा आसमान से गिरा था। इसे एक दैवीय संकेत मानकर सैनिकों का मनोबल बढ़ गया और उन्होंने लड़ाई जीत ली। ऐतिहासिक रिकॉर्ड इस बात की पुष्टि करते हैं कि डैनब्रोग 13वीं सदी के दौरान इस्तेमाल में था। इस तरह यह एक पौराणिक और ऐतिहासिक रूप से प्रमाणित झंडा है।
डेनमार्क के झंडे का प्रतीक
सफेद क्रॉस ईसाई धर्म और शांति का प्रतीक है। वहीं, लाल बैकग्राउंड साहस, वीरता और ताकत को दर्शाता है। यह डिजाइन नॉर्डिक क्रॉस शैली का हिस्सा है। बाद में इस झंडे की शैली को अन्य स्कैंडिनेवियाई देशों ने भी अपनाया।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
डैनब्रोग के नाम एक संप्रभु देश द्वारा अभी भी इस्तेमाल किए जाने वाले सबसे पुराने राष्ट्रीय ध्वज होने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है। कोई भी दूसरा झंडा इतने लंबे समय तक लगातार आधिकारिक इस्तेमाल में नहीं रहा है। यह बात डेनमार्क के झंडे को विश्व इतिहास में अनोखा बनाती है।
किस देश का झंडा सबसे लंबे समय से लगातार इस्तेमाल हो रहा है?
डेनमार्क एकमात्र ऐसा देश है, जिसका झंडा आठ सदियों से भी ज्यादा समय से न तो बदला गया है और न ही इसका डिजाइन दोबारा बनाया गया है। इसका गिनीज रिकॉर्ड इस बात की पुष्टि करता है कि यह दुनिया का सबसे पुराना और लगातार इस्तेमाल होने वाला झंडा है।
दुनिया के सबसे पुराने झंडे के बारे में कुछ दिलचस्प बातें
-डेनमार्क का डैनब्रोग दुनिया का सबसे पुराना राष्ट्रीय ध्वज है, जो आज भी इस्तेमाल में है। इसे पहली बार 1219 में दर्ज किया गया था। इसका इतिहास 800 साल से भी ज्यादा पुराना है, जो डेनमार्क को वैश्विक विरासत में एक अनोखी जगह देता है।
-डैनब्रोग के नाम दुनिया में सबसे लंबे समय तक लगातार इस्तेमाल होने वाले झंडे का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है। यह आधिकारिक मान्यता किसी भी अन्य राष्ट्रीय ध्वज की तुलना में इसके बेजोड़ ऐतिहासिक महत्व को साबित करती है।
-डेनमार्क की पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह झंडा एस्टोनिया में लिंडानिस की लड़ाई के दौरान आसमान से गिरा था। इसे एक दैवीय संकेत माना गया, जिसने डेनमार्क की सेना को ताकत दी और उन्हें जीत दिलाई।
-डैनब्रोग का लाल रंग पर बना सफेद क्रॉस अन्य नॉर्डिक क्रॉस झंडों के लिए एक मॉडल बन गया। इनमें नॉर्वे, स्वीडन, फिनलैंड और आइसलैंड के झंडे शामिल हैं। इसके डिजाइन ने पूरे क्षेत्र की झंडा परंपरा को प्रभावित किया है।
-हर साल 15 जून को डेनमार्क डैनब्रोग के सम्मान में वाल्डेमर दिवस मनाता है। यह एक राष्ट्रीय आयोजन है, जिसमें लोग गर्व से झंडा फहराते हैं और इसके इतिहास और प्रतीकों को याद करते हैं।
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