भारत के कई राज्य और शहर अपनी अनोखी पहचान के लिए जाने जाते हैं। ऐसी ही एक जगह गुजरात में भी है, जो डेयरी उद्योग के लिए जानी जाती है। इस जिले ने अपने डेयरी क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
ये ना केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं पर इसके प्रभाव के कारण एक विशेष नाम कमाया है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे गुजरात के उस जिले के बारे में जिसे ‘Butter City’ या ‘मक्खन का शहर’ कहा जाता है।
गुजरात के जिलों की संख्या
गुजरात भारत का एक ऐसा राज्य है, जो देश में सबसे लंबी तटरेखा के लिए जाना जाता है। भारत के पश्चिमी तट पर स्थित यह राज्य राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश और अरब सागर से घिरा हुआ है।
CMO गुजरात के अनुसार, वर्तमान में यहां 33 जिले हैं। लेकिन, जब साल 1960 में राज्य का गठन हुआ था तो यहां 17 जिले हुआ करते थे।
समय के साथ गुजरात में जनसंख्या वृद्धि हुई और शहरीकरण के कारण जिलों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिली। आगे जानिए आखिर किसे कहते हैं ‘मक्खन का शहर’?
गुजरात में मक्खन का शहर
गुजरात श्वेत क्रांति का केन्द्र भी है और यहां एशिया की सबसे बड़ी डेयरी है। अब हम बात करेंगे गुजरात के एक ऐसे जिले की जिसे ‘Butter City’ के नाम से जाना जाता है।
गुजरात राज्य के सूरत जिले में स्थित बारडोली एक नगर है, जिसे ‘मक्खन का शहर’ कहा जाता है। जो कि अपने समृद्ध मक्खन उत्पादन के लिए जाना जाता है। यहां के स्थानीय लोग नमकीन और बिना नमक वाले मक्खन को बेचकर गुजर -बसर करते हैं।
बारडोली में मक्खन उत्पादन
बारडोली अपने बेहतरीन क्वालिटी के मक्खन उत्पादन और समृद्ध स्वाद के लिए पहचान रखता है। सूरत जिले में स्थित यह नगर डेयरी उत्पादों का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यहां के मक्खन का स्वाद देश के कई राज्यों तक पहुंचता है।
बारडोली जिले का इतिहास
गुजरात का बारडोली सत्याग्रह के लिए भी महत्वपूर्ण है। जो सन् 1928 में सरदार वल्लभभाई पटेल के नेतृत्व में ब्रिटिशों के खिलाफ किसानों का विरोध था। बारडोल सत्याग्रह उन सफल आंदोलनों में शामिल है, जिसमें ब्रिटिशों को हार का सामना करना पड़ा था।
क्या आप जानते हैं: गुजरात सिंधु घाटी सभ्यता का मुख्य केंद्र रहा है। गुजरात में लगभग 12000 साल पहले द्वारका नाम का शहर था। गुजरात शब्द वास्तव में संस्कृत शब्द ‘गुर्जरात्रा’ से आया है। जिसका अर्थ होता है “गुर्जरों की भूमि” । गुर्जरों ने 700 और 800 के दशक में इस क्षेत्र पर शासन किया।
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