भारत का इतिहास उठाकर देखें, तो हमें प्रत्येक राज्य में अलग-अलग विविधता देखने को मिलेगी। यही वजह है कि भारत को विविधताओं का देश भी कहा जाता है। आपने भारत के अलग-अलग दरवाजों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत के 5 सबसे बड़े दरवाजे कौन-से हैं, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
दुनिया का सबसे ऊंचा दरवाजा
आपको बता दें कि दुनिया का सबसे ऊंचा दरवाजा भारत में स्थित है। इस दरवाजे को बुलंद दरवाजा के नाम से जाना जाता है, जो कि आगरा में स्थित है। दरवाजे की ऊंचाई 54 मीटर है। इसका निर्माण मुगल सम्राट अकबर ने गुजरात पर अपनी जीत दर्ज करने की याद में कराया था।
गेटवे ऑफ इंडिया, मुंबई
गेटवे ऑफ इंडिया को भारत का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। इसका निर्माण 1924 में ब्रिटिश द्वारा किया गया था। भारत में जब किंग जॉर्ज पंचम और महारानी मैरी आए, तो इस अवसर की याद में इस गेट का निर्माण किया गया था। भारत का यह गेट मुंबई में अरब सागर कि किनारे पर है।
इंडिया गेट, दिल्ली
इंडिया गेट दिल्ली में स्थित है, जिसे दिल्ली की पहचान भी कहा जाता है। दरअसल, यह एक स्मारक है, जिसे उन 70 हजार भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया था, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध में ब्रिटिश सेना के लिए लड़ाई लड़ते हुए अपने प्राणों की आहूति दी थी। गेट का निर्माण 1931 में किया गया था और इसका डिजाइन एडविन लुटियंस ने तैयार किया था।
लाहौरी गेट, दिल्ली
दिल्ली का लाहौरी गेट लाल किले का मुख्य प्रवेश द्वार है। इसका निर्माण शाहजहां ने 17वीं शताब्दी में करवाया था। यह वही स्थान है, जहां प्रधानमंत्री तिरंगा फहराने के साथ देश को संबोधित करते हैं।
तीन दरवाजा, अहमदाबाद
भारत का यह दरवाजा कभी अहमदाबाद के प्रवेश द्वारों में से एक हुआ करता था। यह दरवाजा अपनी स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है। गेट का निर्माण 1415 ई. में सुल्तान अहमद शाह द्वारा करवाया गया था। शाह को ही अहमदबाद का संस्थापक माना जाता है। इस दरवाजे को भद्र किले के पास देखा जा सकता है।
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