यह बात हम सभी जानते हैं कि एक साल में 12 महीने होते हैं। दुनिया के अधिकांश देशों में भी 12 महीने ही होते हैं। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि दुनिया का एक देश ऐसा भी है, जहां 12 नहीं, बल्कि 13 महीने होते हैं।
ऐसे में इस देश के दिन बाकी दिनों से अलग होते हैं। वहीं, यहां का समय भी थोड़ा अलग है। खास बात यह है कि अपनी इस अनूठी वजह से दुनिया का यह देश बाकी दुनिया से करीब 7 साल पीछे चल रहा है। कौन-सा है यह देश, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
किस देश में होता है 13 महीने का एक साल
आपको बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के इथियोपिया अपना पारंपरिक कैलेंडर इस्तेमाल करता है, जिसे इथियोपाई या गीज कैलेंडर भी कहा जाता है।
13वें महीने में बदल जाते हैं दिन
इथियोपाई कैलेंडर में शुरुआत में ग्रेगोरियन कैलेंडर की तरह 12 महीनों में 30 दिन होते हैं, लेकिन इसके 13वें महीने में सामान्य वर्ष में 5 दिन होते हैं, जबकि लीप वर्ष में 6 दिन हो जाते हैं। आपको बता दें कि इस महीने को पागूमे के नाम से जाना जाता है।
दुनिया से सात साल पीछे चल रहा है देश
अपने इस पारंपरिक कैलेंडर की वजह से इथियोपिया देश शेष दुनिया से करीब 7 साल और 3 महीने पीछे चल रहा है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय व्यापार और सरकारी कामकाज में ग्रेगोरियन कैलेंडर का ही इस्तेमाल किया जाता है।
क्यों है कैलेंडर में अंतर
इस अंतर के मुख्य कारण की बात करें, तो यह ईसा मसीह के जन्म की गणना में अंतर के कारण है। अमूमन सभी ईसाई देश ईसा मसीह के जन्म को 1 ईस्वी मानते हैं, जबकि इथियोपाई ऑर्थोडॉक्स चर्च के मुताबिक, ईसा मसीह का जन्म 7 ईसा पूर्व में हुआ था।
11 सितंबर को मनाया जाता है नया साल
इथियोपाई कैलेंडर में नया साल मनाने की भी अलग तारीख है। यहां हर साल 11 सितंबर को ही नए साल का आगमन माना जाता है। वहीं, लीप वर्ष में यह तारीख बदलकर 12 सितंबर हो जाती है। आपको बता दें कि इस पर्व को यहां एनकुटाटाश कहा जाता है, जिसका अर्थ गहनों का उपहार होता है।
दोपहर 12 बजे से दिन की शुरुआत
आपको बता दें कि यहां के लोग कैलेंडर की गणना भी अलग तरीके से करते हैं। यहां दिन की शुरुआत ग्रेगोरियन कैलेंडर के सुबह 6 बजे से की जाती है, जिसे इथियोपिया में सुबह के 12 बजे माना जाता है। वहीं, जिस समय ग्रेगोरियन कैलेंडर में दोपहर के 12 बज रहे होते हैं, इथियोपिया में शाम के छह बज जाते हैं।
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