भारत दुनिया में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है। Statista के 2024-2025 के आंकड़ों के अनुसार, भारत से 22 मिलियन मीट्रिक टन चावल निर्यात होने का अनुमान है, जो इसके करीबी प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में लगभग तीन गुना ज्यादा है। खुशबूदार बासमती से लेकर उसना (parboiled) चावल तक, भारतीय चावल की मांग एशिया, मध्य पूर्व, अफ्रीका और यहां तक कि यूरोप और अमेरिका के कुछ हिस्सों में भी बहुत ज्यादा है। देश में बड़े पैमाने पर उत्पादन, सस्ती कीमतें और एक मजबूत लॉजिस्टिक्स सिस्टम ने इसे चावल निर्यात में दुनिया का लीडर बना दिया है। अधिक जानकारी के लिए आगे पढ़ें।
दुनिया में सबसे ज्यादा चावल कौन-सा देश निर्यात करता है?
भारत चावल निर्यात बाजार में बहुत आगे है। 2024-2025 में देश ने 22 मिलियन मीट्रिक टन चावल भेजा है। थाईलैंड और वियतनाम बहुत पीछे हैं और दोनों देशों से 7.5 मिलियन मीट्रिक टन चावल निर्यात होने की उम्मीद है। भारत का यह दबदबा कई वजहों से है।
यहां अलग-अलग कृषि-जलवायु क्षेत्रों में कई तरह के चावल उगाए जाते हैं, जिनमें सुगंधित और गैर-सुगंधित दोनों तरह के चावल शामिल हैं। इसके अलावा, सऊदी अरब, ईरान, नाइजीरिया और अमेरिका जैसे देशों के साथ इसके पुराने व्यापारिक संबंध हैं, जिसका इसे फायदा मिलता है।
भारत दूसरे देशों से कितना ज्यादा निर्यात करता है?
भारत, थाईलैंड और वियतनाम की तुलना में 14.5 मिलियन मीट्रिक टन ज्यादा चावल का निर्यात करता है। ये दोनों देश दूसरे स्थान पर हैं। इसका मतलब है कि भारत इन दोनों देशों में से हर एक से लगभग तीन गुना ज्यादा चावल निर्यात करता है। पाकिस्तान 5.3 मिलियन मीट्रिक टन के साथ चौथे और कंबोडिया 3.4 मिलियन मीट्रिक टन के साथ पांचवें स्थान पर है। यह बड़ा अंतर चावल उत्पादन और व्यापार में भारत के विशाल पैमाने और क्षमता को दिखाता है।
भारतीय चावल का इतना ज्यादा निर्यात क्यों होता है?
भारत के चावल निर्यात के मजबूत होने के कई कारण हैं: विशाल खेती योग्य जमीन, साल में कई बार फसल का होना, चावल की कई किस्में और कम कीमत। खासकर बासमती चावल का निर्यात बहुत ज्यादा होता है। मध्य पूर्व और यूरोप के देश भारतीय बासमती की खुशबू और लंबे दानों को पसंद करते हैं, वहीं अफ्रीकी देश रोजाना खाने के लिए बड़ी मात्रा में उसना (parboiled) चावल खरीदते हैं। सरकारी समर्थन, निर्यात में छूट और बंदरगाहों से अच्छी कनेक्टिविटी भी इसमें बड़ी भूमिका निभाती है।
चावल निर्यात के बारे में कुछ रोचक तथ्य
-भारत दो देशों के कुल निर्यात से भी ज्यादा निर्यात करता है। भारत, थाईलैंड और वियतनाम दोनों के कुल निर्यात से भी ज्यादा चावल का निर्यात करता है। इससे पता चलता है कि खेती और दुनिया के कई हिस्सों में चावल बेचने के मामले में भारत कितना ताकतवर है।
-बासमती चावल लंबा, मुलायम और खुशबूदार होता है। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से बिरयानी जैसे व्यंजनों में किया जाता है और यह यूरोप और मध्य पूर्व में बहुत लोकप्रिय है।
-संयुक्त राज्य अमेरिका चावल निर्यात में छठे स्थान पर है। यह ज्यादातर मध्यम आकार के दाने वाले चावल का निर्यात करता है, जिसका उपयोग सुशी और रिसोट्टो जैसे खाद्य पदार्थों में होता है और यह चावल आस-पास के देशों को बेचा जाता है।
-पाकिस्तान 5 मिलियन टन से ज्यादा चावल का निर्यात करता है। इसमें से ज्यादातर बासमती चावल होता है, जिसे अब हर साल पश्चिमी देशों में ज्यादा खरीदार मिल रहे हैं।
-चीन और उरुग्वे, दोनों सिर्फ 1-1 मिलियन टन चावल का निर्यात करते हैं। यह भारत की तुलना में बहुत कम है, क्योंकि ये दोनों देश अपनी आबादी का पेट भरने पर ज्यादा ध्यान देते हैं।
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