उपराष्ट्रपति का चुनाव निर्विरोध कराने की भाजपा की कोशिश नाकाम हो गई। विपक्ष ने एनडीए के उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी का नाम आगे किया है।
हाल के उपराष्ट्रपति चुनाव ने बी. सुदर्शन रेड्डी और सी. पी. राधाकृष्णन को सीधी राजनीतिक तुलना में ला खड़ा किया है। हालांकि, दोनों का पेशेवर सफर एक-दूसरे से बिल्कुल अलग रहा है।
पेशेवर पृष्ठभूमि
विपक्षी गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी, एक जाने-माने कानून विशेषज्ञ और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज हैं। अपने करियर के दौरान, उन्होंने भारतीय न्यायिक व्यवस्था में कई ऊंचे पदों पर काम किया है। इसमें गुवाहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का पद भी शामिल है।
दूसरी ओर, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन एक अनुभवी राजनेता हैं। उनका पूरा करियर राजनीति के क्षेत्र में ही रहा है।
करियर की मुख्य बातें
रेड्डी के करियर का एक खास पहलू 2007 से 2011 तक भारत के सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में उनका कार्यकाल है। इससे पहले, उन्होंने गुवाहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में काम किया। बाद में उन्हें गोवा का पहला लोकायुक्त भी नियुक्त किया गया था।
वहीं, राधाकृष्णन के करियर में झारखंड और महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में काम करना शामिल है। वे कोयंबटूर निर्वाचन क्षेत्र से दो बार सांसद और तमिलनाडु में भाजपा के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
शिक्षा और मूल निवास
अगर उनकी शिक्षा की बात करें, तो रेड्डी ने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ लॉ (एलएलबी) की डिग्री ली है। इसी डिग्री ने उनके कानूनी करियर की नींव रखी।
राधाकृष्णन के पास बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में बैचलर की डिग्री है। दोनों Candidates दक्षिण भारत से हैं। रेड्डी का जन्म तेलंगाना के अकुला मायलारम में हुआ था, जबकि राधाकृष्णन तमिलनाडु के तिरुपुर से हैं।
सी. पी. राधाकृष्णन बनाम बी. सुदर्शन रेड्डी:
विशेषता | सी. पी. राधाकृष्णन | बी. सुदर्शन रेड्डी |
उपराष्ट्रपति चुनाव में भूमिका | राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार। | इंडिया विपक्षी गठबंधन के उम्मीदवार। |
मुख्य पेशा | राजनेता। | सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज। |
शिक्षा | बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में बैचलर डिग्री। | उस्मानिया यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ लॉ (एलएलबी)। |
करियर की मुख्य बातें | - झारखंड और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल। <br>- कोयंबटूर से पूर्व सांसद (1998, 1999)। <br>- तमिलनाडु में भाजपा के पूर्व अध्यक्ष। | - भारत के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज। <br>- गुवाहाटी हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश। <br>- गोवा के पहले लोकायुक्त। |
उल्लेखनीय सार्वजनिक सेवा | अपने लंबे राजनीतिक करियर के लिए जाने जाते हैं, जिसमें राज्यपाल और संसदीय कार्य शामिल हैं। | अपने न्यायिक करियर और नागरिक व संवैधानिक मामलों में काम के लिए जाने जाते हैं। |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)। | इंडिया गठबंधन द्वारा समर्थित (स्वतंत्र)। |
गृह नगर/क्षेत्र | जन्म तिरुपुर, तमिलनाडु में। | जन्म अकुला मायलारम, तेलंगाना में। |
हालांकि दोनों Candidates दक्षिण भारत की जानी-मानी हस्तियां हैं, लेकिन उनकी पेशेवर और शैक्षिक पृष्ठभूमि एक-दूसरे से बिल्कुल अलग है। राधाकृष्णन की ताकत उनका लंबा राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव है। वहीं, रेड्डी न्यायपालिका और संवैधानिक मुद्दों की गहरी समझ रखते हैं। अब देखना यह है कि कौन-सा उम्मीदवार यह चुनाव जीतकर भारत का 15वां उपराष्ट्रपति बनता है।
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