उत्तर प्रदेश राज्य अपनी विविध संस्कृति और अनूठी परंपराओं के लिए जाना जाता है। भारत का यह राज्य अपने समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक विरासत के लिए विश्व विख्यात है। यही वजह है कि पर्यटन के मामले में यह राज्य टॉप राज्यों की लिस्ट में स्थान रखता है।
भारत का यह राज्य कुल 240,928 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जिसमें अलग-अलग जिले और तहसील हैं। साल 2000 में उत्तर प्रदेश को विभाजित कर उत्तराखंड राज्य का गठन किया गया था।
ऐसे में यह राज्य उत्तराखंड से भी अपनी सीमा साझा करता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि यूपी का कौन-सा जिला पहाड़ों का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
मांग के कारण अलग हुआ था पहाड़ी क्षेत्र
उत्तर प्रदेश में लंबे समय से पहाड़ी इलाके के लोगों द्वारा अलग राज्य की मांग उठाई जा रही थी। इसे लेकर कई बड़े आंदोलन हुए, जिसके बाद मामला कोर्ट पहुंचा और अंततः नवंबर, 2000 में उत्तर प्रदेश को विभाजित कर उत्तरांचल के रूप में एक नए राज्य के गठन का फैसला किया गया। हालांकि, साल 2006 में इसके नाम में परिवर्तन हुआ और यह बदलकर उत्तराखंड हो गया।
यूपी में कुल कितने जिले हैं
उत्तर प्रदेश पूरे भारत में सबसे अधिक जिले वाला राज्य है। यहां कुल 75 जिले हैं, जो कि 18 मंडलों में आते हैं। इसके अतिरिक्त, यहां कुल 75 नगर पंचायत, 17 नगर निगम, 826 सामुदायिक विकास खंड, 58 हजार ग्राम पंचायत और 1 लाख से अधिक गांव हैं।
उत्तर प्रदेश के किस जिले को कहा जाता है पहाड़ों का प्रवेश द्वार
अब सवाल है कि यूपी के किस जिले को पहाड़ों का प्रवेश द्वार कहा जाता है, तो आपको बता दें कि बरेली जिले को पहाड़ों का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।
क्यों कहा जाता है पहाड़ों का प्रवेश द्वार
बरेली एक ऐसा जिला है, जहां से उत्तराखंड के पहाड़ों तक पहुंचना आसान होता है। यह जिलाउत्तराखंड के तराई क्षेत्र के पास है। वहीं, यहां से पहुंचने के लिए सड़क मार्ग भी सुगम बना हुआ है। उत्तराखंड के नैनीताल, हल्द्वानी, भीमताल, अल्मोड़ा और रानीखेत जाने वाले लोग बरेली पहुंचकर आगे बढ़ते हैं। क्योंकि, नैनीताल व अन्य हिल स्टेशनों को जोड़ने वाले प्रमुख राजमार्ग जैसे NH-309 बरेली से पास होते हैं।
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