भारत को विविधताओं का देश कहा जाता है। यहां की अनूठी परंपराएं, सांस्कृतिक विरासत और गौरवशाली इतिहास इसे अन्य देशों से अलग बनाती हैं। कुछ प्रमुख विशेषताओं की वजह से यहां के कुछ शहरों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिली हुई है।
यही वजह है कि भारत को करीब से जानने के लिए हर साल बड़ी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी देश के अलग-अलग शहरों और गांवों का रूख करते हैं। इस कड़ी में क्या आप जानते हैं कि भारत के किस जिले को ‘विरासत का शहर’ भी कहा जाता है और क्यों, यदि नहीं जानते हैं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
भारत में कुल कितने शहर हैं
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि भारत में कुल कितने शहर मौजूद हैं, तो आपको बता दें कि भारत में कुल शहरों की संख्या 797 है। इनमें से 752 राज्यों में हैं, तो शेष केंद्र शासित प्रदेशों में हैं। हालांकि, कुछ जगहों पर आपको कुल शहरों की संख्या 780 भी देखने को मिलेगी।
किस जिले को कहा जाता है ‘विरासत का शहर’
अब सवाल है कि भारत के किस जिले को ‘विरासत का शहर’ भी कहा जाता है। आपको बता दें कि गुजरात राज्य में स्थित अहमदाबाद जिले को ‘विरासत का शहर’ भी कहा जाता है।
क्यों कहा जाता है ‘विरासत का शहर’
अहमदाबाद शहर को UNESCO(United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization) द्वारा जुलाई 2017 में भारत के पहले विश्व विरासत शहर के रूप में मान्यता दी गई थी। उस समय समिति के 41वें सत्र में यह सम्मान दिया गया था।
क्या है शहर का इतिहास
गुजरात का अहमदाबाद शहर 15वीं शताब्दी में सुल्तान अहमद शाह द्वारा साबरमती नदी के पूर्वी तट पर बसाया गया था। इस शहर का निर्माण एक मजबूत किलेबंद दीवार के अंदर हुआ था। समय के साथ यहां का इतिहास पन्नों में दर्ज हो गया, लेकिन आज भी यहां भद्र गढ़, मस्जिद और मकबरें देखे जा सकते हैं।
भारत के इस शहर को भी मिली थी मान्यता
आपको बता दें कि अहमदाबाद को विरासत के शहर का दर्जा मिलने के बाद एक और शहर को यह सम्मान मिला था। राजस्थान की राजधानी जयपुर शहर को 2019 में भारत के दूसरे विश्व विरासत शहर का दर्जा दिया गया था।
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