Aadhaar Photocopy New Rules: UIDAI नई गाइडलाइन तैयार कर रहा है, जिसके तहत होटल, इवेंट ऑर्गनाइज़र, प्राइवेट ऑफिस जैसी संस्थाएं अब आपकी Aadhaar फोटोकॉपी न तो ले सकेंगी और न ही अपने पास स्टोर कर सकेंगी। बता दें कि आने वाले नियमों में पहचान की पुष्टि केवल QR-कोड स्कैनिंग या UIDAI-अप्रूव्ड डिजिटल ऑथेंटिकेशन से ही होगी।
क्या Aadhaar फोटोकॉपी पर “बैन” है?
प्रपोज़्ड नियम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि होटल/इवेंट/सोसायटी जैसी जगहें आपकी Aadhaar की फोटो या प्रिंट कॉपी जमा करके न रखें, क्योंकि यह Aadhaar Act का उल्लंघन होने के साथ-साथ डेटा मिसयूज़ का बड़ा खतरा भी बनता है। इसका मतलब आम उपयोगकर्ता को अपनी Aadhaar फोटोकॉपी देना अवॉइड करना चाहिए, जब तक सामने वाला UIDAI-लाइसेंस्ड एंटिटी न हो।
क्या कहता है UIDAI का नया नियम?
किसी भी प्राइवेट संस्था को Aadhaar वेरिफिकेशन के लिए पहले UIDAI में रजिस्टर होकर Offline Verification Seeking Entity बनना होगा।
इसके बाद वे केवल UIDAI-अप्रूव्ड तरीकों से ही पहचान की पुष्टि कर सकेंगे-
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QR-कोड आधारित ऑफलाइन वेरिफिकेशन
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UIDAI API-आधारित ऑथेंटिकेशन
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या आने वाला नया Aadhaar ऐप
कागज़, फोटो या PDF कॉपी जमा करना पूरी तरह समाप्त करने की योजना है।
फोटोकॉपी क्यों नहीं?
होटल या इवेंट में ली गई Aadhaar कॉपियां फाइलों, मोबाइल गैलरी और WhatsApp में पड़े-पड़े लीक, दुरुपयोग और फ्रॉड का जोखिम बढ़ाती हैं। UIDAI कई बार साफ कर चुका है कि होटल/सिनेमा हॉल अनलाइसेंस्ड हैं और Aadhaar कॉपी रखना उनके लिए कानूनन गलत है।
Aadhaar QR Code: अब ऐसे होगा वेरिफिकेशन
नए Aadhaar और e-Aadhaar में मौजूद सिक्योर QR कोड में आपकी फोटो और बेसिक डिटेल्स डिजिटल सिग्नेचर के साथ होती हैं। सेवा प्रदाता इस QR कोड को स्कैन कर केवल वही डेटा देख पाएंगे जिसकी जरूरत है, जैसे नाम, उम्र या फोटो।
“फोटो और QR Only” आधार फॉर्मेट
UIDAI एक नया Aadhaar कार्ड मॉडल भी सोच रहा है, जिसमें सामने सिर्फ फोटो और QR कोड होगा, बाकी डिटेल्स हटाई जा सकती हैं।
बता दें कि Aadhaar को अब एक ऑथेंटिकेशन टूल की तरह इस्तेमाल किया जाएगा, न कि “फोटोकॉपी वाला कार्ड” की तरह।
अभी Aadhaar यूजर्स क्या करें?
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e-Aadhaar या mAadhaar दिखाएं और QR-स्कैन से वेरिफाई करने को कहें।
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Masked Aadhaar या Paperless Offline e-KYC जैसे सीमित-डेटा वाले विकल्प इस्तेमाल करें।
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नए नियम/ऐप/QR-फॉर्मेट की अधिसूचना पर नजर रखें, क्योंकि जल्द ही फोटोकॉपी आधारित वेरिफिकेशन लगभग खत्म होने वाला है।
क्या कहते है अधिकारी:
यूआईडीएआई (UIDAI) के सीईओ भुवनेश कुमार ने पीटीआई (PTI) को बताया कि आधार-आधारित वेरिफिकेशन (Aadhaar-based verification) करने वाली कंपनियों को एक नए फ्रेमवर्क के तहत सिस्टम के साथ रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इस नई वेरिफिकेशन तकनीक से पहचान की चोरी (identity theft) का खतरा कम होगा, साथ ही यह प्रक्रिया पहले से भी तेज हो जाएगी।
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