CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26 with Solutions: Download PDF

Dec 17, 2025, 10:35 IST

CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26: CBSE Class 10 Hindi B Examination 2026 is scheduled to be held on 2 March 2026. To support effective preparation, this article provides the CBSE Class 10 Hindi B Pre-Board Sample Paper 2025–26 with solutions, detailed exam pattern, and important questions. Check this article to download the PDF and prepare confidently for the exam.

CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26
CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26

CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26: CBSE Class 10 Hindi B Examination 2026 will be held on 2 March 2026 (Monday) from 10:30 AM to 1:30 PM. This examination is conducted for a total of 100 marks and is a compulsory subject for Class 10 students under the CBSE curriculum. Hindi B plays an important role in assessing students’ language proficiency, comprehension skills, and writing ability.

As the examination date approaches, candidates are advised to carefully review the latest syllabus, exam pattern, and marking scheme prescribed by the Central Board of Secondary Education (CBSE). Systematic revision, effective time management, and regular practice of sample and previous year question papers are essential for achieving good results. Check this article to download the CBSE Class 10 Hindi B Pre-Board Sample Paper 2025–26 PDF and get useful preparation tips to score well in the exam.

CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26: Key Highlights

Students can check the following table for the CBSE Class 10 Hindi Exam 2026 details:

Particulars

Details

Conducting Body

Central Board of Secondary Education (CBSE)

Exam Name

CBSE Class 10 Board Examination 2026

Class

Class 10

Subject

Hindi Course B

Academic Session

2025–26

Exam Date

2 March 2026 (Monday)

Exam Time

10:30 AM to 1:30 PM

Total Marks

100 Marks

Exam Duration

3 Hours

Exam Mode

Pen-and-Paper (Offline)

Official Website

cbse.gov.in

CBSE Class 10 Hindi B Pre-Board Sample Paper (2025-26)

प्रश्न संख्या

खंड – क (अपठित बोध )

अंक (14)

1.

निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए -

 

आदमी हो, स्नेह-बाती बन नया दीपक जलाना ।

दर्द की परछाईयों के दानवी बंधन हटाना ।

छटपटाती ज़िन्दगी को चेतना संगीत देना ।

विश्व को नवपंथ देना; हारते को जीत देना ।

        आदमी हो, बुझ रहे ईमान को विश्वास देना ।

        मुस्कुराकर वाटिका में मधुभरा मधुमास देना ।

        शूल के बदले जगत को फूल की सौगात देना ।

        जो पिछड़ता हो उसे नवशक्ति देना, साथ देना ।

आदमी हो, डूबता मँझदार में पतवार देना ।

थक चला विश्वास साथी, आस्था आधार देना ।

क्रांति का संदेश देकर राह युग की मोड़ देना ।

फिर नया मानव बनाना; रूढ़ियों को तोड़ देना ।

          आदमी हो, द्वेष के तूफान को हंसकर मिटाना ।

         कंठ-भर विषपान करना; किंतु सबको प्यार देना ।

          मेटना मजबूरियों को; दीन को आधार देना ।

          खाइयों को पाटना; बिछुड़े दिलों को जोड़ देना ।

 

क . 

कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए –

कथन (A) – जो पिछड़ता हो उसे नवशक्ति देना, साथ देना ।

कारण (R) – जो व्यक्ति किसी कारण से पिछड़ जाता है उसके उबरने के आसार कम होते हैं ।

क. कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है ।

ख. कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं ।

ग. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है ।

घ. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं  है ।

 

ख.

कविता में रूढ़ियों और क्रांति के बारे में मानव क्या परिवर्तन ला सकता है ? 

ग.

‘शूल के बदले फूल देने’ का तात्पर्य है-

क. मिटते ईमान को विश्वास देना 

ख. दुर्बल को नई शक्ति देना 

ग. दुखों के बदले सुख देना 

घ. जीवन को आनंद से भर देना 

 

घ.

काव्यांश में बार-बार ‘आदमी हो’ क्यों कहा गया है ?

कथन –

(i) मानवोचित काम करने का आग्रह करने के लिए  

(ii) पिछड़े हुए व्यक्तियों को नवशक्ति देने के लिए 

(iii) रूढ़ियों को तोड़ देने के लिए 

(iv) आदमी होने की याद दिलाने के लिए 

विकल्प – 

क कथन (i) सही है । 

ख. कथन(i) और (ii) सही है ।

ग. कथन(i), (ii) और (iii) सही है ।

घ. कथन (i), (ii), (iii)और (iv) सही हैं ।

 

च.

आदमी होने के नाते द्वेष करने वालों के प्रति क्या कर्तव्य होने चाहिए ? 

 

2.

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

 

  हम केवल सीखने के लिए ही पुस्तकों का साथ नहीं खोजते, आनंद के लिए भी हम उनके पास जाते हैं । जान-बूझ कर ही मैंने आनंद कहा है न कि मनोरंजन क्योंकि दोनों पृथक-पृथक हैं । कुछ लोग मनोरंजन के लिए भी पढ़ते हैं । ये लोग पढ़ते हैं ऐसी कथा और कहानियां जो आज हैं और कल नहीं । जो आज नई हैं और कल बासी पड़ जाती हैं । सच्चा साहित्य आनंद देता है, ऐसा आनंद जिसे समझना कठिन है और साहित्य यह आनंद पहुँचाता है अपने सत्य और सौन्दर्य द्वारा । वस्तुतः अध्ययन का अभिप्राय है स्वयं पढ़ना । अध्ययन पुस्तक का भी हो सकता है और अपने आस-पास के जीवन का भी । इसी प्रकार एक निरक्षर व्यक्ति भी देख-सुनकर, मिल-जुलकर, देश-भ्रमण करके, लोगों की सेवा करके, परिस्थितियों के धक्के खाकर, कभी कुछ सीखकर दुनिया का अध्ययन कर सकता है । निश्चय ही यह जीवन का व्यावहारिक अध्ययन है । इसमें भी आनंद आता है और इससे भी कबीर जैसा मनुष्य ज्ञानवान बन सकता है । किन्तु यह महंगा सौदा है । पुस्तकों का अध्ययन जीवन के अध्ययन से कहीं अधिक सरल होता है क्योंकि जिन हजारों व्यक्तियों ने जीवन का सचमुच साक्षात अध्ययन किया है, उन सबका अद्भुत ज्ञान हमें एक ही स्थान पर मिल जाता है ।  फिर भला उनके अध्ययन में हमें हज़ार गुना आनंद क्यों न आएगा । 

         अध्ययन का वास्तविक आनंद तभी आता है जब पढ़ने के साथ-साथ विचार करना भी चलता है ।  केवल रटने से कोई लाभ नहीं । अध्ययन द्वारा हमें विषय की गहराई में जाना चाहिए और उसके मूलभाव को समझने का प्रयत्न करना चाहिए ।  उसे व्यवहार की कसौटी पर तोलना चाहिए और उसमें जो कुछ उपयोगी हो उसे जीवन में ग्रहण करना चाहिए।

 

क . 

‘सच्चे साहित्य की विशेषताओं में शामिल नहीं है ?

क. यह आनंद देता है ।

ख. इसके आनंद को समझना सरल है ।

ग. इसके आनंद को समझना सरल नहीं है ।

घ. इसे स्वयं पढ़ना होता है ।

1

ख.

निरक्षर व्यक्ति किस प्रकार अध्ययन कर सकता है ?

ग.

मनोरंजन के लिए लोग पुस्तकें पढ़ते हैं- कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए-

  1. जो हमेशा रहती हैं ।

  2. जिन्हें बार-बार पढ़ने की इच्छा होती है  

  3. जो आज हैं, कल नहीं हैं ।

  4. जिनमें कथाएँ नहीं होती हैं ।

विकल्प –

क. कथन (i) सही है| 

ख. कथन (ii) सही है|

ग. कथन (iii) सही है|

घ. कथन (ii)और (iii) सही हैं|

1

घ.

पुस्तकों के अध्ययन को लेखक ने जीवन के अध्ययन से बेहतर कैसे माना है ?

च.

कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए –

कथन (A)- अध्ययन का वास्तविक कारण पढ़ने के साथ विचार करना है ।

कारण (R)- यदि पढ़ने के बाद हमारे विचार न पनपे या निर्मित हो तो पठन का लाभ नहीं ।

क. कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है ।

ख. कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं ।

ग. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है ।

घ. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं  है ।

1

 

खंड – ख  (व्यावहारिक व्याकरण  )

16 

3

निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के रेखांकित पदों का पद-परिचय लिखिए :

1×4=4  

 

क. ‘खेतों में चारों ओर हरियाली छाई हुई थी ।’- रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा।

ख. वह नित्य घूमने जाता है। - रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा।

ग. उन्होंने उपहार में मुझे घड़ी दी।- रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा।

घ. संसार में सत्य की सदा जीत होती है। - रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा।

च. माँ नौकर से बच्चे को नहलवाती है। - रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा।

 

4

निर्देशानुसार ‘अलंकार’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों की रेखांकित काव्य पंक्तियों में अलंकार पहचान कर  लिखिए :

1×4=4  

क.

चरन धरत चिंता करत, चितवत चहुँ ओर 

सुबरन को ढूँढत फिरत, कवि, व्यभिचारी,चोर । 

1

ख.

पद्मावती सब सखी बुलाई, मनु फुलवारी सबै चली आई ।

1

ग.

आगे नदिया पड़ी अपार, घोड़ा कैसे उतरे पार ।

राजा ने सोचा इस पार, तब तक चेतक था उस पार ।

1

घ.

कहीं साँस लेते हो, घर-घर भर देते हो ।

उड़ने को नभ में तुम,  पर-पर कर देते हो ।

1

च.

देखि सुदामा की दीन-दशा करुणा करके करुणानिधि रोए ।

पानी परात कौ हाथ छुआँ नहीं नैनन के जल सौं पग धोए ।

1

5

निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

1×4=4  

 

क. ‘माया ऑफिस नहीं गई । वह बीमार है ।’ इसका संयुक्त वाक्य होगा ।

ख. वह निर्धन है । वह ईमानदार है । - सरल वाक्य में बदलिए ।

ग. मजदूरों ने काम किया । वे घर चले गए ।  मिश्र वाक्य में बदलिए ?

घ. माया ऑफिस नहीं गई क्योंकि वह बीमार है । आश्रित उपवाक्य पहचान कर उसका नाम लिखिए ।

च. जो परिश्रम करेगा, वही सफल होगा ।  रेखांकित अंश  में कौन सा उपवाक्य है ?

 

6

निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

1×4=4  

 

क. प्रत्येक घायल को पचास हजार रुपये दिए जाएँगे । (वाच्य भेद लिखिए )

ख. ‘लड़कियों द्वारा जाया जा रहा है’ । (वाच्य भेद लिखिए )

ग. ‘पंकज ने पहली बार रोटी बनाई ।’ –कर्मवाच्य में बदलिए।

घ. ‘चलो, अब घर चलें ।‘ (वाच्य भेद लिखिए )

च. दादा जी  से अब घूमने नहीं जाया जा सकेगा । कर्तवाच्य में बदलिए।

 
 

खंड – ग  (पाठ्यपुस्तक एवं पूरक पुस्तिका  )

30 

7

निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहु-विकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

1×5=5   

 

काशी आज भी संगीत के स्वर पर जगती और उसी की थापों पर सोती है । काशी में मरण भी मंगल माना गया है । काशी आनंदकानन है । सबसे बड़ी बात है कि काशी के पास उस्ताद बिस्मिल्ला खां जैसा लय और सुर की तमीज़ सिखाने वाला नायाब हीरा रहा है जो हमेशा से दो कौमों को एक होने पर आपस में भाईचारे के साथ रहने की प्रेरणा देता रहा ।

  भारतरत्न से लेकर इस देश के ढेरों विश्वविद्यालयों की मानद उपाधियों से अलंकृत व संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार एवं पदमविभूषण जैसे सम्मानों से नहीं, बल्कि अपनी अजेय संगीतयात्रा के लिए बिस्मिल्ला खां साहब भविष्य में हमेशा संगीत के नायक बने रहेंगे ।

 

1

गद्यांश में काशी के विषय में कौन सा कथन सही है?

कथन 

(i) काशी में संगीत का बड़ा महातम्य है ।

(ii) काशी में मरण को मंगल माना गया है ।

(iii) काशी में रहने वाले शहनाई बजाते हैं ।

(iv) काशी में बहुत भाईचारा है ।

(v) बिस्मिल्लाह खाँ साहब संगीत के नायक माने गए हैं ।

विकल्प – 

क कथन (i), (ii) और (v) सही हैं । 

ख. कथन (i) और (ii) सही हैं ।

ग. कथन (i), (ii) और (iii) सही हैं ।

घ. कथन (ii), (iii)और (iv) सही हैं ।

1

2

कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए –

कथन (A)- काशी में मरण भी मंगल माना गया है ।

कारण (R)- काशी में हर समय मंगल का माहौल रहता है ।

क. कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है ।

ख. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं  है ।

ग. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है ।

घ. कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं ।

1

3

‘सुर की तमीज़’ का तात्पर्य है-

क. संगीत से लगाव                                                       ख. संगीत की साधना 

ग. संगीत की समझ                                                       घ. संगीत की प्रेरणा  

4

कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-

कॉलम 1 

कॉलम 2 

(1) लय और सुर की तमीज़ सिखाने वाले  

(i) मानवता के वाहक 

(2) भारतरत्न , पद्म विभूषण 

(ii) जानकर और साधक 

(3) भाईचारे की प्रेरणा देने वाले 

(iii) मान-सम्मान   

विकल्प –

क. 1 - (i), 2 - (ii), 3 – (iii)

ख. 1 - (iii), 2 - (i), 3 – (ii)

ग. 1 - (ii), 2 - (iii), 3 – (i)

घ. 1 - (ii), 2 - (i), 3 – (iii)

1

5

बिस्मिल्लाह खाँ का जीवन हमें क्या प्रेरणा देता है?

क. संगीत के प्रति लगाव रखना                                       ख. सुर की परख रखना 

ग. काशी से अनुराग रखना                                             घ. जातियों में परस्पर बंधुत्व रखना 

1

8

निम्नलिखित पठित काव्यांश पर आधारित बहु-विकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

1×5=5   

 

छू गया तुमसे कि झरने लग पड़े शेफालिका के फूल 

बाँस था कि बबूल ?

तुम मुझे पाए नहीं पहचान ?

देखते ही रहोगे अनिमेष ?

थक गए हो ?

आँख लूँ मैं फेर ?

क्या हुआ यदि हो सके परिचित न पहली बार ?

यदि तुम्हारी माँ ने माध्यम बनी होती आज 

मैं न सकता देख 

मैं न पाता जान 

तुम्हारी यह दंतुरित मुसकान 

 

क.

कवि को बच्चे का स्पर्श कैसा लगा?

क. बाँस के फूल की तरह                           

ख. बबूल के फूलों की तरह 

ग. शेफालिका के फूलों की तरह                      

घ. रुखा 

1

ख.

कवि और शिशु के परिचय का माध्यम कौन बना?

क. शिशु की माँ                                                  ख. कवि 

ग. अन्य लोग                                               घ. सभी सही 

1

ग.

कवि के स्पर्श से बच्चे पर क्या प्रतिक्रिया हुई?

क. बच्चा सो गया               

ख. बच्चा खुश हो गया 

ग. बच्चा उसे पहचान गया        

घ. बच्चा बिना पलकें झुपकाएं लगातार देखता रहा 

1

घ.

दन्तुरित मुसकान से कवि का क्या आशय है-

क. बच्चे का लगातार मुसकुराना                 

ख. छोटे-छोटे दाँतों वाली मुसकान 

ग. बच्चे का पहली बार मुसकुराना                

घ. सभी सही ।

1

च.

शिशु की आँखें क्यों थक गई हैं?

क. माँ को लगातार देखने के कारण            

ख. छत को लगातार देखने के कारण 

ग. अपने पिता को लगातार देखने के कारण     

घ. नींद अधूरी रहने के कारण

1

9

निर्धारित गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-

2×3 =6    

1.

बालगोबिन भगत ने परम्परा से हटकर कौन –से दो कार्य किए ? उनका उल्लेख कीजिए ।

2

2.

बिस्मिल्लाह खाँ को शहनाई की  मंगलध्वनि का नायक क्यों कहा गया है ?

2

3.

लेखक की दृष्टि में ‘सभ्यता’ और ‘संस्कृति’ की सही समझ अब तक क्यों नहीं बन पाई ? 

2

4.

वह कौन सी घटना थी जिसके बारे में सुनने पर लेखिका को न अपनी आँखों पर विश्वास हो पाया और न अपने कानों पर ? 

2

10

पूरक पुस्तिका के निर्धारित के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए: 

2×4=8     

1

‘मैं क्यों लिखता हूँ’ के आधार पर बताइए कि – लेखक को कौन-सी बातें लिखने के लिए प्रेरित करती है ?

2

2

‘मैं क्यों लिखता हूँ’ के आधार पर बताइए कि – लेखक को कौन-सी बातें लिखने के लिए प्रेरित करती है ?

2

3

पाठ ‘साना- साना हाथ जोडि’ प्राकृतिक सौन्दर्य के आलौकिक आनंद में डूबी लेखिका को कौन- कौन से दृश्य झकझोर गए ?

2

11

निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-

2×3=6    

1

कविता ‘अट नहीं रही है’ में कवि ने प्रकृति की व्यापकता का वर्णन किन रूपों में किया है?

2

2

परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने धनुष के टूट जाने के लिए कौन-कौन से तर्क दिए?

2

3

संगतकार जैसे व्यक्ति संगीत के अलावा और किन- किन क्षेत्रों में दिखाई देते है?

2

4

आत्मकथ्य सुनाने के संदर्भ में ‘अभी समय भी नहीं है’ कवि ऐसा क्यों कहता है?

 
 

खंड – घ (रचनात्मक लेखन)

20 

12

आपके विद्यालय में वन-महोत्सव किस प्रकार मनाया गया इस संबंध में अपने पिताजी को पत्र लिखिए ।

अथवा

अपने मोहल्ले में पार्क बनवाने हेतु नगर निगम के उपायुक्त महोदय को प्रार्थना पत्र लिखिए ।

5×1=5 

13

“दैनिक मंगल” समाचार पत्र के संपादक का पद रिक्त है । इसके लिए आप अपना एक संक्षिप्त स्ववृत तैयार कीजिए ।

अथवा

स्टेट बैंक ऑफ़ सेविंग में आपका बचत खाता है । बैंक प्रबंधक को ईमेल लिखिए और नई चैक बुक मंगवाइए ।

5×1=5

14

वार्षिकोत्सव के अवसर पर आपकी कक्षा द्वारा अभिनीत होने वाले एक हिंदी नाटक में अभिनय करने के लिए विज्ञापन का आलेख लगभग 60 शब्दों में प्रस्तुत कीजिए ।

अथवा

अपने छोटे भाई को केंद्रीय विद्यालय संगठन की 53वी राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता - शतरंज बालक वर्ग में चयनित होने पर बधाई सन्देश लिखिए । 

4×1=4 

15

निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर संकेत बिन्दुओं के आधार पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए-


क. जीवन का कठिन दौर और मानसिक मजबूती 

संकेत बिंदु :-

  • मानसिक दृढ़ता से मुश्किल हालातों का सामना संभव 

  • कठिन हालातों से दो-दो हाथ करने की शक्ति 

  • अनेक संघर्षशील व्यक्तियों के उदाहरण 

  • मानसिक दृढ़ता का संकल्प

ख. प्रकृति और मानव का अनूठा संबंध

संकेत बिंदु :-

  • मनुष्य प्रकृति से कोसों दूर

  • प्रकृति और मनुष्य का पुरातन संबंध

  • प्रकृति के संसर्ग का महत्व

  • प्रकृति का निमंत्रण 

ग. ऋतुओं का अनूठा देश भारत 

संकेत बिंदु :-

  • ऋतुएँ प्रकृति की अद्भुत देन 

  • छह ऋतुएँ 

  • ऋतुओं का सौंदर्य 

  • ऋतुओं का महत्व 

  • ऋतु-चक्र : एक उपहार 

6×1=6

CBSE Class 10 Hindi B Pre-Board Sample Paper 2025-26: Solutions

Check the following table for the CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26 Solutions:

1.

निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए -

क . 

घ. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं  है |

ख.

कविता समाज को सही रास्ता दिखाने का एक मजबूत साधन है। यह मानव जीवन में फैली गलत सोच और पुरानी रूढ़ियों को तोड़ने का काम करती है। कविता लोगों को नई सोच अपनाने और बदलाव के लिए प्रेरित करती है। इसके माध्यम से लोगों के मन में जागरूकता और विश्वास पैदा होता है। समाज की बुराइयों को दूर करके एक समझदार, जागरूक और इंसानियत से भरे समाज का निर्माण करना ही कविता का सच्चा उद्देश्य और कर्तव्य है।

ग.

ग. दुखों के बदले सुख देना 

घ.

घ. कथन (i), (ii), (iii)और (iv) सही हैं |

च.

मनुष्य होने के नाते हमारा यह नैतिक कर्तव्य है कि जो लोग नफ़रत फैलाते हैं, उनके प्रति भी हम अपने मन से द्वेष को मुस्कुराकर दूर कर दें। हमें प्रेम बाँटना चाहिए, गरीब, असहाय और कमजोर लोगों का सहारा बनना चाहिए। दिलों के बीच बनी दूरियों को मिटाकर आपसी भाईचारे, सौहार्द और मानवता के साथ सभी को जोड़ना ही हमारा सच्चा धर्म है।

2

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

क . 

ग. इसके आनंद को समझना सरल नहीं है

ख.

एक निरक्षर व्यक्ति भी संसार को गहराई से समझ सकता है। वह देखकर और सुनकर, लोगों के साथ रहकर, जगह-जगह घूमकर और समाज की सेवा करते हुए बहुत कुछ सीखता है। जीवन की कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए, कभी हार से और कभी अनुभव से वह दुनिया को समझने की समझ और क्षमता विकसित कर लेता है।

ग.

घ. कथन (ii)और (iii) सही हैं|

घ.

लेखक ने जीवन के सीधे अनुभव की तुलना में पुस्तकों के अध्ययन को अधिक अच्छा माना है, क्योंकि किताबें पढ़ना आसान होता है। पुस्तकों के जरिए हमें उन हजारों लोगों के अनुभव और ज्ञान एक ही जगह मिल जाते हैं, जिन्होंने जीवन को गहराई से समझा और जिया है।

च.

ग. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है|

 

खंड – ख  (व्यावहारिक व्याकरण)

3

निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के रेखांकित पदों का पद-परिचय लिखिए :

क . 

भाववाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ताकारक  

ख.

कालवाचक क्रियाविशेषण जाता है क्रिया की विशेषता बताता है |  

ग.

पुरुषवाचक सर्वनाम, बहुवचन, पुल्लिंग/स्त्रीलिंग, कर्मवाचक 

घ.

भाववाचक संज्ञा, एकवचन, कर्मकारक, स्त्रीलिंग |

च.

प्रेरणार्थक क्रिया, एकवचन, स्त्रीलिंग, वर्तमानकाल |

4.

निर्देशानुसार ‘अलंकार’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों की रेखांकित काव्य पंक्तियों में अलंकार पहचान कर  लिखिए :

क.

श्लेष अलंकार 

ख.

उत्प्रेक्षा अलंकार

ग.

अतिशयोक्ति अलंकार 

घ.

मानवीकरण अलंकार 

च.

अतिशयोक्ति अलंकार 

5

निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

क . 

माया बीमार होने के कारण आज ऑफिस नहीं गई।

ख.

वह गरीब होने के बावजूद ईमानदार है।

ग.

जैसे ही मजदूरों ने काम पूरा किया, वे घर चले गए।

घ.

वह काम पर नहीं गया, क्योंकि वह बीमार है। 

च.

विशेषण उपवाक्य 

6

निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए:

क . 

कर्मवाच्य

ख.

भाव वाच्य 

ग.

पंकज द्वारा पहली बार रोटी बनाई गई |

घ.

कर्तवाच्य

च.

दादाजी अब घूमने नहीं जा सकेंगे |

 

खंड – ग  (पाठ्यपुस्तक एवं पूरक पुस्तिका)

7

निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहु-विकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

 

काशी आज भी संगीत के स्वर पर जगती---------------------------------------------------------------- हमेशा संगीत के नायक बने रहेंगे |

1

क कथन (i), (ii) और (v) सही हैं | 

2

ख.कथन(A) सही है और कारण (R) कथन(A)की सही व्याख्या नहीं  है |

3

ग. संगीत की तमीज़ 

4

ग. 1 - (ii), 2 - (iii), 3 – (i)

5

घ. जातियों में परस्पर बंधुत्व रखना 

8

निम्नलिखित पठित काव्यांश पर आधारित बहु-विकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

क.

ग. शेफालिका के फूलों की तरह 

ख.

क. शिशु की माँ

ग.

घ. बच्चा बिना पलकें झुपकाएं लगातार देखता रहा

घ.

ख. छोटे-छोटे दाँतों वाली मुसकान 

च.

ग. अपने पिता को लगातार देखने के कारण 

9

निर्धारित गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-

1.

बालगोबिन भगत ने समाज की पुरानी परंपराओं से अलग हटकर कई साहसी और प्रेरक काम किए। उनके प्रमुख कार्य इस प्रकार हैं—

  • अपने बेटे की मृत्यु पर उन्होंने क्रिया-कर्म में होने वाले दिखावे और आडंबर को नहीं अपनाया। परंपरा के विपरीत उन्होंने बेटे का क्रिया-कर्म उसकी पत्नी से ही करवाया।

  • उन्होंने बेटे की मृत्यु को दुख का कारण नहीं माना, बल्कि इसे ईश्वर की इच्छा मानकर एक आध्यात्मिक अवसर के रूप में स्वीकार किया। उन्होंने फूल और तुलसीदल बिखेरकर भजन-कीर्तन किया और लोगों को रोने से भी मना किया।

  • उस समय समाज में विधवा विवाह को गलत माना जाता था, लेकिन बालगोबिन भगत ने इस सोच का विरोध किया। उन्होंने अपनी विधवा बहू को पुनर्विवाह करने का आदेश दिया और उसे उसके भाई के साथ भेज दिया।

2.

बिस्मिल्लाह ख़ाँ को शहनाई की मंगलध्वनि का नायक कहा जाता है, क्योंकि शहनाई को शुभ और मांगलिक अवसरों का वाद्य माना जाता है और इसे विश्व-भर में पहचान दिलाने में उनका योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है।

  • वे सच्चे सुरों के उपासक थे और शहनाई वादन में उन्होंने सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। लगभग अस्सी वर्षों तक निरंतर साधना करने के बाद भी उन्हें लगता था कि उनके वादन में अभी और निखार की गुंजाइश है, जिससे उनकी विनम्रता और समर्पण झलकता है।
  • उनकी शहनाई के सुरों में ऐसा जादू था कि श्रोता मंत्रमुग्ध हो जाते थे। वे साधना में इतने डूब जाते थे कि उन्हें अपने आसपास की कोई सुध-बुध नहीं रहती थी।

3.

लेखक के अनुसार ‘सभ्यता’ और ‘संस्कृति’ की सही समझ न बनने के कई कारण हैं।

  • ‘सभ्यता’ और ‘संस्कृति’ शब्दों का हम अक्सर उपयोग तो करते हैं, लेकिन उनके असली अर्थ पर ध्यान नहीं देते।

  • इन दोनों शब्दों को कई बार एक ही अर्थ में इस्तेमाल कर लिया जाता है, जबकि दोनों का भाव और मतलब अलग होता है।

  • जब इनके साथ अलग-अलग विशेषण जोड़ दिए जाते हैं, जैसे ‘भौतिक सभ्यता’ या ‘आध्यात्मिक सभ्यता’, तो इनके अर्थ और भी उलझ जाते हैं और सही समझ बनाना मुश्किल हो जाता है।

4.

जिस घटना पर लेखिका को अपनी आँखों और कानों पर विश्वास नहीं हुआ, वह इस प्रकार थी—

  • जब लेखिका के पिता कॉलेज की प्रिंसिपल से मिलकर घर लौटे, तो वे नाराज़ होने के बजाय बहुत गर्व महसूस कर रहे थे। प्रिंसिपल का लिखा हुआ शिकायत-पत्र पढ़ते समय वे पहले तो गुस्सा हो गए और कहने लगे कि यह लड़की उन्हें कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं छोड़ेगी।
  • बाद में जब वे कॉलेज पहुँचे, तो उन्हें पता चला कि उनकी बेटी और उसकी दो सहेलियों का कॉलेज की छात्राओं पर गहरा असर था। उनके इशारे पर पूरी कॉलेज की लड़कियाँ कक्षाएँ छोड़कर नारे लगाने लगती थीं।
  • इस स्थिति के कारण कॉलेज प्रशासन को कॉलेज चलाने में परेशानी हो रही थी, इसलिए प्रिंसिपल चाहती थीं कि लेखिका को कुछ समय के लिए घर पर ही रखा जाए। यह सब जानकर लेखिका के पिता को बहुत गर्व हुआ और उन्होंने कहा कि यह तो पूरे देश की आवाज़ है, जिसे दबाना आसान नहीं है।

10

पूरक पुस्तिका के निर्धारित के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए: 

1

पाठ ‘साना-साना हाथ जोड़ि’ में प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेते हुए लेखिका कुछ ऐसे दृश्य देखती हैं, जो उन्हें भीतर तक झकझोर देते हैं। एक ओर सुंदर वातावरण है, तो दूसरी ओर पत्थर तोड़ती महिलाएँ हैं, जिनकी पीठ पर छोटे बच्चे बँधे हैं और जो जान जोखिम में डालकर कठोर श्रम कर रही हैं। यह दृश्य लेखिका को व्यथित कर देता है।
इसी तरह कड़ाके की ठंड में देश की रक्षा करते फौजियों को देखकर लेखिका भावुक हो उठती हैं, क्योंकि वे हमारी सुरक्षा के लिए अपना जीवन दाँव पर लगाते हैं।

2

पाठ ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ के अनुसार लेखक को लिखने के लिए प्रेरित करने वाले मुख्य कारण इस प्रकार हैं:

  • आंतरिक विवशता: लेखक मानता है कि लेखन की सबसे बड़ी प्रेरणा मन की अंदरूनी बेचैनी होती है। मन में उठने वाले भावों और अनुभूतियों को समझने, पहचानने और उनसे मुक्त होने के लिए वह लिखता है।

  • संपादकों का आग्रह: कई बार पत्र-पत्रिकाओं के संपादक लेखक से लिखने का अनुरोध करते हैं। यह लेखन लेखक की इच्छा से नहीं, बल्कि बाहरी दबाव के कारण होता है।

  • प्रकाशकों की मांग: पत्र-पत्रिकाओं या पुस्तकों के प्रकाशकों की जरूरत पर किया गया लेखन भी बाहरी प्रेरणा का ही रूप होता है।

  • आर्थिक आवश्यकता: कभी-कभी आर्थिक मजबूरी के कारण भी लेखक को लिखना पड़ता है, ताकि उसकी आजीविका चल सके।

3

पाठ ‘माता का अंचल’ में कई भावनात्मक और मन को छू लेने वाले प्रसंग हैं। इनमें से कुछ प्रमुख प्रसंग इस प्रकार हैं:

  • भोलानाथ का अपने पिता के साथ कुश्ती लड़ना, पिता का जानबूझकर हार जाना और प्यार में भोलानाथ का उनकी मूँछें खींच लेना।

  • माँ का भोलानाथ को अलग-अलग तरीकों से प्यार और ममता के साथ खाना खिलाना।

  • भोलानाथ का अपने दोस्तों के साथ खेल-खेल में मिठाई की दुकान लगाना, घरौंदे बनाना, दावत करना, बारात निकालना और खेती-किसानी जैसे खेल खेलना।

  • साँप देखकर डर जाना और घबराकर माँ के आँचल में छिप जाना। उस समय माँ का उसे स्नेह से चूमना, आँसू पोंछना और बार-बार गले लगाकर ढाढ़स बँधाना।

ये सभी प्रसंग माँ-बच्चे के गहरे प्रेम और स्नेह को बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत करते हैं।

11

निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-

1

कविता ‘अट नहीं रही है’ में कवि ने प्रकृति के अपार सौंदर्य और व्यापकता का बहुत सुंदर चित्रण किया है। इसके प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं:

  • कवि के अनुसार फागुन के मौसम में प्रकृति का सौंदर्य इतना अधिक हो जाता है कि वह कहीं समा नहीं पाता और चारों ओर फैलता हुआ दिखाई देता है।

  • कवि ने प्रकृति को किसी एक दृश्य तक सीमित नहीं रखा, बल्कि उसे हर दिशा में फैले रंग-बिरंगे फूलों और सुगंध से भरे वातावरण के रूप में दिखाया है।

  • कविता में ‘भरने’ शब्द के कई अर्थ बताए गए हैं—घर-घर शोभा का भर जाना, फूलों का खिल जाना और मन में खुशी का उमड़ आना।

  • ‘उड़ने को पर-पर करना’ केवल पक्षियों की उड़ान नहीं, बल्कि मन की उमंग और आनंद की भावना को भी व्यक्त करता है।

2

परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने तर्कपूर्ण उत्तर दिया। उनके मुख्य तर्क इस प्रकार हैं—

  • लक्ष्मण ने कहा कि केवल एक धनुष के टूट जाने पर इतना क्रोध करना ठीक नहीं है। बचपन में उन्होंने कई धनुष तोड़े थे, तब परशुराम ने कभी नाराज़गी नहीं दिखाई।

  • उन्होंने पूछा कि इस धनुष में ऐसी क्या खास बात थी, क्योंकि सभी धनुष एक जैसे होते हैं और यह धनुष भी बहुत पुराना था।

  • लक्ष्मण के अनुसार राम ने धनुष को बस छुआ ही था, वह अपने आप उठकर टूट गया। ऐसे में इतने पुराने धनुष के टूटने पर परशुराम का क्रोधित होना समझ में नहीं आता।

  • उन्होंने यह भी कहा कि यदि धनुष से इतना अधिक लगाव था, तो उसके टूटने पर इतना मोह और क्रोध दिखाना उचित नहीं है।

3

संगतकार जैसे व्यक्तित्व केवल संगीत तक सीमित नहीं होते, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में पाए जाते हैं। इनके बिना किसी भी बड़ी उपलब्धि की कल्पना नहीं की जा सकती।

  • सिनेमा के क्षेत्र में: दर्शकों को केवल मुख्य कलाकार दिखाई देते हैं, लेकिन फिल्म के सफल निर्माण में तकनीशियन, सहायक कलाकार और अनेक कर्मचारी पर्दे के पीछे रहकर महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

  • राजनीति के क्षेत्र में: किसी बड़े नेता की सफलता के पीछे कई छोटे नेता और कार्यकर्ता होते हैं, जो निस्वार्थ भाव से काम करते हैं, पर उनका योगदान अक्सर सामने नहीं आता।

  • खेल के क्षेत्र में: मैदान में खिलाड़ी ही नजर आते हैं, लेकिन उन्हें सफल बनाने में कोच, प्रशिक्षक और सहायक स्टाफ की भूमिका बहुत अहम होती है।

4

कवि आत्मकथ्य सुनाने के बारे में कहता है कि “अभी समय भी नहीं है”, क्योंकि उसके अनुसार आत्मकथा लिखने का सही अवसर अभी नहीं आया है।

  • कवि का जीवन दुःख और अभावों से भरा रहा है, जिन्हें वह लोगों के सामने प्रकट नहीं करना चाहता।

  • उसे लगता है कि अपने जीवन में उसने अभी तक कोई ऐसा बड़ा या विशेष कार्य नहीं किया है, जिसे आत्मकथा के रूप में लिखा जाए।

  • इस समय उसके जीवन के दुःख और पीड़ाएँ शांत हो चुकी हैं।

  • कवि का मन अभी स्थिर और शांत है, इसलिए वह बीती यादों को दोबारा जागृत कर अपने मन को फिर से व्याकुल नहीं करना चाहता।

 

            खंड – घ (रचनात्मक लेखन)

12

किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए:

पत्र लेखन 

  • प्रारूप (प्रारम्भ और अंत की औपचरिकताएँ)  1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक 

13

किसी एक विषय पर लगभग 80 शब्दों में स्ववृत/ ईमेल लिखिए:

स्ववृत लेखन 

  • प्रारूप (प्रारम्भ और अंत की औपचरिकताएँ)  1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक

                       अथवा 

ईमेल लेखन 

  • प्रारूप (प्रारम्भ और अंत की औपचरिकताएँ)  1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक

14

किसी एक विषय पर लगभग 40 शब्दों में विज्ञापन / संदेश लेखन:


विज्ञापन लेखन 

  • रचनात्मक प्रस्तुति                      1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक

                         अथवा 

सन्देश लेखन 

  • रचनात्मक प्रस्तुति                      1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक

15

निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर संकेत बिन्दुओं के आधार 

पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए-

अनुच्छेद लेखन 

  • भूमिका            1 अंक 

  • विषयवस्तु          3 अंक 

  • निष्कर्ष            1 अंक 

  • भाषा शुद्धता       1 अंक 

Click on the given below link to download the CBSE Class 10 Hindi A Pre-board Sample Paper 2025-26 PDF with Solutions:

CBSE Class 10 Hindi B Pre-board Sample Paper 2025-26 with Solutions PDF

CBSE Class 10 Hindi B Pre-Board Sample Paper 2025–26 with Solutions is a valuable resource for students preparing for the 2026 board examination. Practising this paper helps in understanding the latest exam pattern, improving time management, and identifying important topics. Download the PDF, practise regularly, and boost your confidence to perform well in the CBSE Class 10 Hindi B Exam 2026.

Also check:

CBSE Pre-Borad Sample Papers 2025-2026 

CBSE Class 10 Maths Pre-board Sample Paper 2025-26 with Solutions

CBSE Class 10 English Pre-board Sample Paper 2025-26 with Solutions

CBSE Class 10 Social Science Pre-board Sample Paper 2025-26 with Solutions

CBSE Class 10 Hindi A Pre-board Sample Paper 2025-26 with Solutions

जिस घटना पर लेखिका को अपनी आँखों और कानों पर विश्वास नहीं हुआ, वह इस प्रकार थी—

जब लेखिका के पिता कॉलेज की प्रिंसिपल से मिलकर घर लौटे, तो वे नाराज़ होने के बजाय बहुत गर्व महसूस कर रहे थे। प्रिंसिपल का लिखा हुआ शिकायत-पत्र पढ़ते समय वे पहले तो गुस्सा हो गए और कहने लगे कि यह लड़की उन्हें कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं छोड़ेगी।

बाद में जब वे कॉलेज पहुँचे, तो उन्हें पता चला कि उनकी बेटी और उसकी दो सहेलियों का कॉलेज की छात्राओं पर गहरा असर था। उनके इशारे पर पूरी कॉलेज की लड़कियाँ कक्षाएँ छोड़कर नारे लगाने लगती थीं।

इस स्थिति के कारण कॉलेज प्रशासन को कॉलेज चलाने में परेशानी हो रही थी, इसलिए प्रिंसिपल चाहती थीं कि लेखिका को कुछ समय के लिए घर पर ही रखा जाए। यह सब जानकर लेखिका के पिता को बहुत गर्व हुआ और उन्होंने कहा कि यह तो पूरे देश की आवाज़ है, जिसे दबाना आसान नहीं है।

 

Aayesha Sharma
Aayesha Sharma

Content Writer

Aayesha Sharma is a content writer at Jagran Josh, specializing in Education News. She holds a degree in Journalism and Mass Communication from the Institute of Management Studies, Ghaziabad. Passionate about creating impactful content, Aayesha enjoys reading and writing in her free time. For any quiery, you can reach her at aayesha.sharma@jagrannewmedia.com.

... Read More

Get here latest School, CBSE and Govt Jobs notification and articles in English and Hindi for Sarkari Naukari, Sarkari Result and Exam Preparation. Empower your learning journey with Jagran Josh App - Your trusted guide for exams, career, and knowledge! Download Now

Trending

Latest Education News