CBSE Class 10 Hindi A Pre-board Sample Paper 2025-26 with Solutions: Download PDF

Nov 21, 2025, 16:27 IST

CBSE Class 10 Hindi A Pre-board Sample Paper 2025–26 with Solutions prepares students for the CBSE Class 10 Hindi A exam on 2 March 2026. This NEP-aligned full-length paper includes solved answers, marking scheme and practice tasks across Reading, Grammar, Literature, Writing and Oral skills to improve exam confidence effectively. Check this article to download the CBSE Class 10 Hindi A Pre Board Sample Paper 2025-26 PDF with solutions.

CBSE Class 10 Hindi A Pre-board Sample Paper 2025-26
CBSE Class 10 Hindi A Pre-board Sample Paper 2025-26

CBSE Class 10 Hindi A Pre-board Sample Paper 2025-26: CBSE Class 10 Hindi A 2026 exam is going to be held on 2 March 2026. This pre-board sample paper (2025–26) with solutions is designed to mirror the CBSE pattern, covering Reading, Grammar, Literature, Writing and Oral skills, to help students sharpen time-management and answer-writing techniques. 

Aligned with NEP 2020 and NCERT texts (क्षितिज भाग–2, कृतिका भाग–2), the sample includes a clear marking scheme, model answers and practice tasks that reflect competency-based assessment. Use this paper to identify strengths, target weak areas, and simulate real exam conditions. Teachers and parents will also find the solved paper invaluable for guided revision and accurate evaluation before the final boards.

CBSE Class 10 Hindi A Pre-board Sample Paper 2025-26: Key Highlights

Students can check the table below for details about CBSE Class 10 Hindi A Pre-board sample paper 2025-26:

Particulars

Details

Subject Name

Hindi Course A

Subject Code

002

Class

Class 10

Academic Session

2025–26

Board

Central Board of Secondary Education (CBSE)

Curriculum Type

Competency-based, NEP 2020 aligned

Textbooks

क्षितिज भाग–2, कृतिका भाग–2 (NCERT)

Total Marks

100 (80 Theory + 20 Internal Assessment)

Exam Duration

3 Hours

Assessment Areas

Reading, Grammar, Literature, Writing, Oral Skills

CBSE Class 10 Hindi A Pre-Board Sample Paper (2025-26)


CBSE Class 10 Hindi A Pre-board Sample Paper with Solutions

Question Number

Questions

Marks

Section A (अपठित बोध (Unseen Comprehension)) (14 Marks)

 

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए : 

(7 Marks)

 

पर्यावरण का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है। मनुष्य एक पल भी इसके बगैर नहीं रह सकता। भारत के ऋषि-मुनि जानते थे कि प्रकृति जीवन का स्रोत है और पर्यावरण के समृद्ध और स्वस्थ होने से ही हमारा जीवन भी समृद्ध और सुखी होता है। वे प्रकृति की दैवी शक्ति के रूप में उपासना करते थे और उसे 'परमेश्वरी' भी कहते थे। उन्होंने पर्यावरण पर बहुत गहरा चिंतन किया। जो कुछ पर्यावरण के लिए हानिकारक था, उसे आसुरी प्रवृत्ति कहा और जो हितकर था उसे दैवी प्रवृत्ति माना। भारत के पुराने ग्रंथों में वृक्षों और वनों का चित्रण पृथ्वी के रक्षक वस्त्रों के रूप में किया गया है। उनको संतान की तरह पाला जाता था और हरे-भरे पेड़ों को अपने किसी स्वार्थ के लिए काटना पाप कहा जाता था। अनावश्यक रूप से पेड़ों को काटने पर दंड का विधान भी था। मनुष्य यह समझता है कि समस्त प्राकृतिक संपदा पर केवल उसी का आधिपत्य है। हम जैसा चाहें इसका उपभोग करें। इसी भोगवादी प्रवृत्ति के कारण मानव ने इसका इस हद तक शोषण कर लिया है कि अब उसका अस्तित्व ही संकट में पड़ गया है। वैज्ञानिक बार-बार चेतावनी दे रहे हैं कि प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा करो, अन्यथा मानव जाति नहीं बच पाएगी। भारतीय संस्कृति में वृक्षों की रक्षा के महत्त्व को 'तुलसी' और 'पीपल' के उदाहरण से समझा जा सकता है। इन जीवनोपयोगी वृक्षों की देवी-देवता के समान ही पूजा की जाती है। पर्यावरण की दृष्टि से वृक्ष को परम रक्षक और मित्र बताया गया है। यह हमें अमृत प्रदान करता है, दूषित वायु को स्वयं ग्रहण करके हमें प्राणवायु देता है, मरुस्थल का नियंत्रक होता है, नदियों की बाढ़ को रोकता है और जलवायु को स्वच्छ बनाता है इसलिए हमें वृक्षमित्र होकर जीवन यापन करना चाहिए।

1. कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए-

कथन (A): जो कुछ पर्यावरण के लिए हानिकारक था, उसे आसुरी प्रवृत्ति कहा।

कारण (R) : ऋषि-मुनि प्रकृति की दैवी शक्ति के रूप में उपासना करते हैं।

(क) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।

(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं।

(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।

(घ) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।

2. गद्यांश में 'आसुरी प्रवृत्ति' का क्या आशय है?

(क) राक्षसी प्रवृत्ति         

(ख) मानवता की विनाशक प्रवृत्ति

(ग) पर्यावरण के लिए अहितकर प्रवृत्ति            

(घ) हानिकारक प्रवृत्ति

3. वृक्ष को सच्चा मित्र मानने का कारण नहीं है-

(क) छाया और फल देना                      

(ख) पर्यावरण को शुद्ध रखना

(ग) दूषित वायु को हटाकर प्राणवायु देना              

(घ) मनुष्य को पवित्रता प्रदान करना

4. उपरोक्त गद्यांश के आधार पर बताइए कि वृक्ष हमारे लिए किस प्रकार लाभदायक है?

5. ऋषि-मुनियों ने पर्यावरण पर किस प्रकार चिंतन किया?    




















1







1




1





2

2

2

निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए -

आदमी हो, स्नेह-बाती बन नया दीपक जलाना ।

दर्द की परछाईयों के दानवी बंधन हटाना ।

छटपटाती ज़िन्दगी को चेतना संगीत देना ।

विश्व को नवपंथ देना; हारते को जीत देना ।

        आदमी हो, बुझ रहे ईमान को विश्वास देना ।

        मुस्कुराकर वाटिका में मधुभरा मधुमास देना ।

        शूल के बदले जगत को फूल की सौगात देना ।

        जो पिछड़ता हो उसे नवशक्ति देना, साथ देना ।

आदमी हो, डूबता मँझदार में पतवार देना ।

थक चला विश्वास साथी, आस्था आधार देना ।

क्रांति का संदेश देकर राह युग की मोड़ देना ।

फिर नया मानव बनाना; रूढ़ियों को तोड़ देना ।

          आदमी हो, द्वेष के तूफान को हंसकर मिटाना ।

         कंठ-भर विषपान करना; किंतु सबको प्यार देना ।

          मेटना मजबूरियों को; दीन को आधार देना ।

          खाइयों को पाटना; बिछुड़े दिलों को जोड़ देना ।

 

क .

‘शूल के बदले फूल देने’ का तात्पर्य है-

क. मिटते ईमान को विश्वास देना 

ख. दुर्बल को नई शक्ति देना 

ग. दुखों के बदले सुख देना 

घ. जीवन को आनंद से भर देना 

1

ख.

कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए –

कथन (A) – जो पिछड़ता हो उसे नवशक्ति देना, साथ देना ।

कारण (R) – जो व्यक्ति किसी कारण से पिछड़ जाता है उसके उबरने के आसार कम होते हैं ।

क. कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है ।

ख. कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं ।

ग. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है ।

घ. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं  है ।

1

ग.

काव्यांश में बार-बार ‘आदमी हो’ क्यों कहा गया है ?

कथन

(i) मानवोचित काम करने का आग्रह करने के लिए  

(ii) पिछड़े हुए व्यक्तियों को नवशक्ति देने के लिए 

(iii) रूढ़ियों को तोड़ देने के लिए 

(iv) आदमी होने की याद दिलाने के लिए 

विकल्प – 

क कथन (i) सही है । 

ख. कथन(i) और (ii) सही है ।

ग. कथन(i), (ii) और (iii) सही है ।

घ. कथन (i), (ii), (iii)और (iv) सही हैं ।

1

(घ)

कविता में रूढ़ियों और क्रांति के बारे में मानव क्या परिवर्तन ला सकता है ? 

2

(च)

आदमी होने के नाते द्वेष करने वालों के प्रति क्या कर्तव्य होने चाहिए ? 

2

Section B खंड – ख  (व्यावहारिक व्याकरण  ) (16 Marks)

3

निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

 

क.

वह निर्धन है । वह ईमानदार है । - सरल वाक्य में बदलिए ।

1

ख. 

‘माया ऑफिस नहीं गई । वह बीमार है ।’ इसका संयुक्त वाक्य होगा।

1

ग. 

मजदूरों ने काम किया । वे घर चले गए ।  मिश्र वाक्य में बदलिए?

1

घ.

जो परिश्रम करेगा, वही सफल होगा ।  रेखांकित अंश  में कौन सा उपवाक्य है ?

1

च. 

माया ऑफिस नहीं गई क्योंकि वह बीमार है । आश्रित उपवाक्य पहचान कर उसका नाम लिखिए ।

1

4

निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए:

 

(क)

‘लड़कियों द्वारा जाया जा रहा है’ । (वाच्य भेद लिखिए )

1

(ख)

प्रत्येक घायल को पचास हजार रुपये दिए जाएँगे । (वाच्य भेद लिखिए )

1

(ग)

दादा जी  से अब घूमने नहीं जाया जा सकेगा । कर्तवाच्य में बदलिए ।

1

(घ)

‘पंकज ने पहली बार रोटी बनाई ।’ –कर्मवाच्य में बदलिए ।

1

(च)

‘चलो, अब घर चलें ।‘ (वाच्य भेद लिखिए )

1

5

निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के रेखांकित पदों का पद-परिचय लिखिए :

 

(क)

‘खेतों में चारों ओर हरियाली छाई हुई थी ।’- रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा ।

 

(ख)

वह नित्य घूमने जाता है । - रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा ।

 

(ग)

उन्होंने उपहार में मुझे घड़ी दी ।- रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा ।

 

(घ)

संसार में सत्य की सदा जीत होती है । - रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा ।

 

(च)

माँ नौकर से बच्चे को नहलवाती है । - रेखांकित शब्द का पद-परिचय होगा ।

 

6

निर्देशानुसार ‘अलंकार’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों की रेखांकित काव्य पंक्तियों में अलंकार पहचान कर  लिखिए :

4

क.

देखि सुदामा की दीन-दशा करुणा करके करुणानिधि रोए ।

पानी परात कौ हाथ छुआँ नहीं नैनन के जल सौं पग धोए ।

1

ख.

चरन धरत चिंता करत, चितवत चहुँ ओर 

सुबरन को ढूँढत फिरत, कवि, व्यभिचारी,चोर । 

1

ग.

कहीं साँस लेते हो, घर-घर भर देते हो ।

उड़ने को नभ में तुम,  पर-पर कर देते हो ।

1

घ. 

आगे नदिया पड़ी अपार, घोड़ा कैसे उतरे पार ।

राजा ने सोचा इस पार, तब तक चेतक था उस पार ।

1

च.  

पद्मावती सब सखी बुलाई, मनु फुलवारी सबै चली आई ।

1

 

Section C खंड – ग  (पाठ्यपुस्तक एवं पूरक पुस्तिका) (28 Marks)

 

7.

निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहु-विकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

 
 

काशी आज भी संगीत के स्वर पर जगती और उसी की थापों पर सोती है । काशी में मरण भी मंगल माना गया है । काशी आनंदकानन है । सबसे बड़ी बात है कि काशी के पास उस्ताद बिस्मिल्ला खां जैसा लय और सुर की तमीज़ सिखाने वाला नायाब हीरा रहा है जो हमेशा से दो कौमों को एक होने पर आपस में भाईचारे के साथ रहने की प्रेरणा देता रहा ।

भारतरत्न से लेकर इस देश के ढेरों विश्वविद्यालयों की मानद उपाधियों से अलंकृत व संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार एवं पदमविभूषण जैसे सम्मानों से नहीं, बल्कि अपनी अजेय संगीतयात्रा के लिए बिस्मिल्ला खां साहब भविष्य में हमेशा संगीत के नायक बने रहेंगे ।

 

1.

बिस्मिल्लाह खाँ का जीवन हमें क्या प्रेरणा देता है?

क. संगीत के प्रति लगाव रखना                                       ख. सुर की परख रखना 

ग. काशी से अनुराग रखना                                             घ. जातियों में परस्पर बंधुत्व रखना 

1

2. 

कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए –

कथन (A)- काशी में मरण भी मंगल माना गया है ।

कारण (R)- काशी में हर समय मंगल का माहौल रहता है ।

क. कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है ।

ख. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं  है ।

ग. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है ।

घ. कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं ।

1

3. 

‘सुर की तमीज़’ का तात्पर्य है-

क. संगीत से लगाव                                                       ख. संगीत की साधना 

ग. संगीत की समझ                                                       घ. संगीत की प्रेरणा 

1

4. 

गद्यांश में काशी के विषय में कौन सा कथन सही है?

कथन 

(i) काशी में संगीत का बड़ा महातम्य है ।

(ii) काशी में मरण को मंगल माना गया है ।

(iii) काशी में रहने वाले शहनाई बजाते हैं ।

(iv) काशी में बहुत भाईचारा है ।

(v) बिस्मिल्लाह खाँ साहब संगीत के नायक माने गए हैं ।

विकल्प – 

क कथन (ii), (iii)और (iv) सही हैं ।

ख. कथन (i) और (ii) सही हैं ।

ग. कथन (i), (ii) और (v) सही हैं । 

घ. कथन (i), (ii) और (iii) सही हैं ।

1

5.

कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-

कॉलम 1 

कॉलम 2 

(1) लय और सुर की तमीज़ सिखाने वाले  

(i) मानवता के वाहक 

(2) भारतरत्न , पद्म विभूषण 

(ii) जानकर और साधक 

(3) भाईचारे की प्रेरणा देने वाले 

(iii) मान-सम्मान   

विकल्प

क. 1 - (i), 2 - (ii), 3 – (iii)

ख. 1 - (iii), 2 - (i), 3 – (ii)

ग. 1 - (ii), 2 - (iii), 3 – (i)

घ. 1 - (ii), 2 - (i), 3 – (iii)

 

8.

निर्धारित गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-

6

1. 

वह कौन सी घटना थी जिसके बारे में सुनने पर लेखिका को न अपनी आँखों पर विश्वास हो पाया और न अपने कानों पर ? 

2

2. 

लेखक की दृष्टि में ‘सभ्यता’ और ‘संस्कृति’ की सही समझ अब तक क्यों नहीं बन पाई ?

2

3. 

बालगोबिन भगत ने परम्परा से हटकर कौन –से दो कार्य किए ? उनका उल्लेख कीजिए ।

2

4.

बिस्मिल्लाह खाँ को शहनाई की  मंगलध्वनि का नायक क्यों कहा गया है ?

2

9.

निम्नलिखित पठित काव्यांश पर आधारित बहु-विकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

 
 

छू गया तुमसे कि झरने लग पड़े शेफालिका के फूल 

बाँस था कि बबूल ?

तुम मुझे पाए नहीं पहचान ?

देखते ही रहोगे अनिमेष ?

थक गए हो ?

आँख लूँ मैं फेर ?

क्या हुआ यदि हो सके परिचित न पहली बार ?

यदि तुम्हारी माँ ने माध्यम बनी होती आज 

मैं न सकता देख 

मैं न पाता जान 

तुम्हारी यह दंतुरित मुसकान 

 

क.

कवि और शिशु के परिचय का माध्यम कौन बना?

क. शिशु की माँ                                                  ख. कवि 

ग. अन्य लोग                                               घ. सभी सही 

1

ख.

शिशु की आँखें क्यों थक गई हैं?

क. माँ को लगातार देखने के कारण            ख. छत को लगातार देखने के कारण 

ग. अपने पिता को लगातार देखने के कारण     घ. नींद अधूरी रहने के कारण 

1

ग.

कवि को बच्चे का स्पर्श कैसा लगा?

क. बाँस के फूल की तरह                           ख. बबूल के फूलों की तरह 

ग. शेफालिका के फूलों की तरह                      घ. रुखा 

1

घ.

कवि के स्पर्श से बच्चे पर क्या प्रतिक्रिया हुई?

क. बच्चा सो गया               ख. बच्चा खुश हो गया 

ग. बच्चा उसे पहचान गया        घ. बच्चा बिना पलकें झुपकाएं लगातार देखता रहा 

1

च.

दन्तुरित मुसकान से कवि का क्या आशय है-

क. बच्चे का लगातार मुसकुराना                 ख. छोटे-छोटे दाँतों वाली मुसकान 

ग. बच्चे का पहली बार मुसकुराना                घ. सभी सही ।

1

10.

निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-

 

1.

कविता ‘अट नहीं रही है’ में कवि ने प्रकृति की व्यापकता का वर्णन किन रूपों में किया है?

2

2.

संगतकार जैसे व्यक्ति संगीत के अलावा और किन- किन क्षेत्रों में दिखाई देते है?

2

3.

परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने धनुष के टूट जाने के लिए कौन-कौन से तर्क दिए?

2

4.

आत्मकथ्य सुनाने के संदर्भ में ‘अभी समय भी नहीं है’ कवि ऐसा क्यों कहता है?

2

11.

पूरक पुस्तिका के निर्धारित के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए: 

2×4=8     

1.

पाठ ‘साना- साना हाथ जोडि’ प्राकृतिक सौन्दर्य के आलौकिक आनंद में डूबी लेखिका को कौन- कौन से दृश्य झकझोर गए ?

4  

2.

‘मैं क्यों लिखता हूँ’ के आधार पर बताइए कि – लेखक को कौन-सी बातें लिखने के लिए प्रेरित करती है ?

3.

पाठ ‘माता का अंचल’ में आए प्रसंगों का वर्णन कीजिए जो आपके दिल को छू गए हों ।

 

Sectio C खंड – घ (रचनात्मक लेखन)

 

12 .

निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर संकेत बिन्दुओं के आधार पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए-


क. जीवन का कठिन दौर और मानसिक मजबूती 

संकेत बिंदु :-

  • मानसिक दृढ़ता से मुश्किल हालातों का सामना संभव 

  • कठिन हालातों से दो-दो हाथ करने की शक्ति 

  • अनेक संघर्षशील व्यक्तियों के उदाहरण 

  • मानसिक दृढ़ता का संकल्प

ख. प्रकृति और मानव का अनूठा संबंध

संकेत बिंदु :-

  • मनुष्य प्रकृति से कोसों दूर

  • प्रकृति और मनुष्य का पुरातन संबंध

  • प्रकृति के संसर्ग का महत्व

  • प्रकृति का निमंत्रण 

ग. ऋतुओं का अनूठा देश भारत 

संकेत बिंदु :-

  • ऋतुएँ प्रकृति की अद्भुत देन 

  • छह ऋतुएँ 

  • ऋतुओं का सौंदर्य 

  • ऋतुओं का महत्व 

  • ऋतु-चक्र : एक उपहार 

6

13.

“दैनिक मंगल” समाचार पत्र के संपादक का पद रिक्त है । इसके लिए आप अपना एक संक्षिप्त स्ववृत तैयार कीजिए ।

अथवा

स्टेट बैंक ऑफ़ सेविंग में आपका बचत खाता है । बैंक प्रबंधक को ईमेल लिखिए और नई चैक बुक मंगवाइए ।

5

14.

आपके विद्यालय में वन-महोत्सव किस प्रकार मनाया गया इस संबंध में अपने पिताजी को पत्र लिखिए ।

अथवा

अपने मोहल्ले में पार्क बनवाने हेतु नगर निगम के उपायुक्त महोदय को प्रार्थना पत्र लिखिए ।

5

15

वार्षिकोत्सव के अवसर पर आपकी कक्षा द्वारा अभिनीत होने वाले एक हिंदी नाटक में अभिनय करने के लिए विज्ञापन का आलेख लगभग 60 शब्दों में प्रस्तुत कीजिए ।

अथवा

अपने छोटे भाई को केंद्रीय विद्यालय संगठन की 53वी राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता - शतरंज बालक वर्ग में चयनित होने पर बधाई सन्देश लिखिए । 

4

CBSE Class 10 Hindi A Pre-Board Sample Paper 2025-26: Solutions

CBSE Class 10 Hindi A Pre-board Solutions

Answer Number

Answers

Section A (अपठित बोध (Unseen Comprehension)) (14 Marks)

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए : 

1. 

(क) 

2. 

(ग) 

3.

(ग)

4. 

पर्यावरण की दृष्टि से वृक्ष को परम रक्षक और मित्र बताया गया है। यह हमें अमृत प्रदान करता है, दूषित वायु को स्वयं ग्रहण करके हमें प्राणवायु देता है, मरुस्थल का नियंत्रक होता है, नदियों की बाढ़ को रोकता है और जलवायु को स्वच्छ बनाता है |

5. 

भारत के ऋषि-मुनि जानते थे कि प्रकृति जीवन का स्रोत है और पर्यावरण के समृद्ध और स्वस्थ होने से ही हमारा जीवन भी समृद्ध और सुखी होता है। वे प्रकृति की दैवी शक्ति के रूप में उपासना करते थे और उसे 'परमेश्वरी' भी कहते थे। उन्होंने पर्यावरण पर बहुत गहरा चिंतन किया। जो कुछ पर्यावरण के लिए हानिकारक था, उसे आसुरी प्रवृत्ति कहा और जो हितकर था उसे दैवी प्रवृत्ति माना। 

2

निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए -

(क) 

ग. दुखों के बदले सुख देना

(ख)

घ. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं  है |

(ग)

घ. कथन (i), (ii), (iii)और (iv) सही हैं |

(घ)

कविता में मानव रूढ़ियों और क्रांति के बारे में क्रांति का सन्देश देकर युग की राह को मोड़ा जा सकता है | लोगों के भीतर आस्था का आधार देना और रूढ़ियों को समाप्त करके एक नए मानव का निर्माण करना ही उसका कर्तव्य है |  

(च)

आदमी होने के नाते द्वेष करने वालों के प्रति आदमी का यह कर्तव्य होना चाहिए कि उसके मन से द्वेष के तूफान को हँसकर मिटा दें, प्रेम बाँटना चाहिए, दीन-हीन को सहारा देना चाहिए, दिलों की खाइयों को पाटना चाहिए और दिलों को मिलवाना चाहिए |

खंड – ख  (व्यावहारिक व्याकरण  ) (16 Marks)

3.

निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

(क)

माया बीमार है इसलिए ऑफिस नहीं गई |

(ख)

वह निर्धन होते हुए भी ईमानदार है |

(घ)

जैसे ही मजदूरों ने काम किया, वैसे ही वे घर चले गए |

(ग)

क्योंकि वह बीमार है । क्रियाविशेषण आश्रित उपवाक्य 

(च)

विशेषण उपवाक्य 

4.

निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए:

(क) 

भाव वाच्य 

(ख)

कर्मवाच्य

(ग)

कर्तवाच्य

(घ)

पंकज द्वारा पहली बार रोटी बनाई गई |

(च)

पंकज द्वारा पहली बार रोटी बनाई गई |

5.

निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के रेखांकित पदों का पद-परिचय लिखिए :

क . 

भाववाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ताकारक  

ख.

कालवाचक क्रियाविशेषण जाता है क्रिया की विशेषता बताता है |  

ग.

पुरुषवाचक सर्वनाम, बहुवचन, पुल्लिंग/स्त्रीलिंग, कर्मवाचक 

घ.

भाववाचक संज्ञा, एकवचन, कर्मकारक, स्त्रीलिंग |

च.

प्रेरणार्थक क्रिया, एकवचन, स्त्रीलिंग, वर्तमानकाल |

6.

निर्देशानुसार ‘अलंकार’ पर आधारित पांच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों की रेखांकित काव्य पंक्तियों में अलंकार पहचान कर  लिखिए :

क.

अतिशयोक्ति अलंकार 

ख.

श्लेष अलंकार 

ग.

मानवीकरण अलंकार 

घ. 

अतिशयोक्ति अलंकार 

च.  

उत्प्रेक्षा अलंकार

7.

निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहु-विकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

1.

घ. जातियों में परस्पर बंधुत्व रखना

2.

ख. कथन(A) सही है और कारण (R) कथन(A)की सही व्याख्या नहीं  है |

3.

ग. संगीत की तमीज़ 

4.

क कथन (i), (ii) और (v) सही हैं | 

5.

ग. 1 - (ii), 2 - (iii), 3 – (i)

8.

निर्धारित गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-

1.

वह घटना जिसपर लेखिका को अपनी आँखों और कान पर विश्वास नहीं हुआ वह इस प्रकार थी:-

  • जब लेखिका के पिता जी उसकी कॉलेज की प्रिंसिपल से मिलकर घर आए थे तो गुस्सा होने के स्थान पर वे बहुत गर्वित महसूस कर रहे थे |

  • लेखिका के पिता को यशलिप्सा से लगाव था उस घटना में कॉलेज की छात्राओं पर लेखिका और उसकी दो सहेलियों का प्रभाव उन्हें बहुत अच्छा लगा था |

  • मनु भंडारी की प्रिंसिपल ने उसके पिता जी को एक शिकायती पत्र लिखा था जिससे उसके पिता जी बहुत आगबबूला हो गए थे और बड़बड़ाने लगे कि ‘यह लड़की मुझे कहीं मुहँ दिखाने लायक नहीं छोड़ेगी’ |

  • कॉलेज जाने पर उसके पिताजी को पता चला कि कॉलेज की सभी लड़कियों पर उनकी बेटी का बहुत गहरा प्रभाव है, उसके और उसकी दो सहेलियों के इशारे पर पुरे कॉलेज की लडकियाँ क्लास छोड़कर नारे लगाने लगती हैं |

  • कॉलेज प्रशासन और शिक्षकों को कॉलेज चलाने में बहुत अथिनायी आ रही हैं| इसके लिए प्रिंसिपल चाहती है कि वे अपनी बेटी को कुछ समय घर में बैठा लें | इस पर उनके पिता जी नेगर्व महसूस किया और कहा कि यह तो पूरे देश की आवाज़ है इसे रोक पाना आसान नहीं |

                 (किन्हीं दो बिन्दुओं का उल्लेख अपेक्षित अथवा छात्रों के विचार को अपने स्वविवेक से निरीक्षित करें)

2.

लेखक की दृष्टि में ‘सभ्यता’ और ‘संस्कृति’की सही समझ न बन पाने के कारण है:-

  • ‘सभ्यता’ और ‘संस्कृति’ यह दो ऐसे शब्द हैं जिनका पयोग बहुत अधिक किया जाता है परन्तु उनका अर्थ सबसे कम समझ में आता है |

  • क्योंकि इनके अर्थ को जानने के लिए गंभीरता से विचार नहीं किया जाता | और इन्हें लगभग एक जैसा ही माना जाता है |

  • ग.जब इन शब्दों के आगे कई प्रकार के विशेषण लग जाते हैं, जैसे ‘भौतिक सभ्यता’ अथवा ‘आध्यात्मिक सभ्यता’ तो इनके जो अर्थ समझ में आए होते हैं तो उनके अर्थ उलझ जाते हैं | 

          (किन्हीं दो बिन्दुओं का उल्लेख अपेक्षित अथवा छात्रों के विचार को अपने स्वविवेक से निरीक्षित करें) 

3.

बालगोबिन भगत ने परम्परा से हटकर जो दो कार्य किए वे इस प्रकार हैं-

  • उन्होंने अपने बेटे की मृत्यु पर क्रिया कर्म के आडंबर और दिखावे का त्याग करते हुए पुत्रवधु से बेटे का क्रिया कर्म करवाया |

  • जब उनके बेटे की मृत्यु हुई तब उन्होंने सामाजिक रीति (शोक मानाने आदि ) का खंडन करते हुए बेटे की मृत्यु को एक आध्यात्मिक उत्सव के जैसे मनाया, फूल-तुलसीदल बिखेरकर भजन-कीर्तन किया और अन्य जन को भी रोने के लिए मना किया |

  • उन्होंने तत्कालीन समाज में प्रचलित विधवा-विवाह की मनाही को न मानते हुए अपनी विधवा पुत्र-वधु को पुनर्विवाह का आदेश दिया और उसके भाई के साथ भेज दिया | 

        (किन्हीं दो बिन्दुओं का उल्लेख अपेक्षित अथवा छात्रों के विचार को अपने स्वविवेक से निरीक्षित करें )

4.

बिस्मिल्लाह खाँ को शहनाई की  मंगलध्वनि का नायक क्यों कहा गया-

  • शहनाई को मंगलध्वनि का वाद्य माना जाता है, इसमें बिस्मिल्लाह खाँ की ख्याति विश्वव्यापी रही है|

  •  वे सच्चे सुरों के साधक थे और अपने क्षेत्र में सर्वोपरि स्थान रखते थे |

  • अस्सी बरस की सुर साधना के बाद उनको लगता था कि उनके शहनाई वादन में कुछ कमी रह गई है |

  • उनके सुरों में जादू था| वे साधना में इतने लीं हो जाते थे कि अपनी सुध-बुध खो देते थे |

                 (किन्हीं दो बिन्दुओं का उल्लेख अपेक्षित अथवा छात्रों के विचार को अपने स्वविवेक से निरीक्षित करें)

9.

निम्नलिखित पठित काव्यांश पर आधारित बहु-विकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए-

क.

क. शिशु की माँ

ख.

ग. अपने पिता को लगातार देखने के कारण 

ग.

ग. शेफालिका के फूलों की तरह 

घ.

घ. बच्चा बिना पलकें झुपकाएं लगातार देखता रहा

च.

ख. छोटे-छोटे दाँतों वाली मुसकान 

10.

निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-

1.

आत्मकथ्य सुनाने के संदर्भ में ‘अभी समय भी नहीं है’ कवि ऐसा इसलिए कहता है क्योंकि –

  • कवि अभी अपनी आत्मकथा नहीं लिखना चाहता, क्योंकि उसका सारा जीवन दुःख और आभावों से भरा हुआ है| जिसे वह संसार को नहीं बताना चाहता |

  • उसे लगता है कि अपनी इतनी लम्बी जीवन यात्रा में उसने अभी तक कोई महान कार्य नहीं किया कि उसका उल्लेख वह लिखकर करें |

  • जीवन के इस पड़ाव पर उसके जीवन के सभी दुःख, सभी व्यथाएं थककर मौन हो चुकी हैं | 

  • कवि का चित्त शांत है|कवि अपने मन को अशांत नहीं करना चाहता| कवि के अनुसार स्मृतियों को पुनःजीवित करने का अभी समय नहीं है |

                  (किन्हीं दो बिन्दुओं का उल्लेख अपेक्षित अथवा छात्रों के विचार को अपने स्वविवेक से निरीक्षित करें)

2.

परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने निम्नलिखित तर्क दिए-

  • आज एक धनुष के टूट जाने पर आप इतना क्रोध क्यों कर रहें हैं | हमने बचपन में ऐसे कई धनुष तोड़े हैं, परन्तु तब आपने कभी ऐसा क्रोध नहीं किया |

  • इस धनुष में ही ऐसी क्या विशेषता है| सभी धनुष एक समान होते हैं | यह धनुष तो बहुत पुराना था | 

  • राम ने तो धनुष को छुआ ही था कि यह अपने आप उठ गया और टूट भी गया | इस पुराने धनुष पर आपकी ऐसी क्या ममता है जो इसके टूटने पर आप इतना क्रोधित हो रहे हों |    

            (किन्हीं दो बिन्दुओं का उल्लेख अपेक्षित अथवा छात्रों के विचार को अपने स्वविवेक से निरीक्षित करें)

3.

संगतकार जैसे व्यक्ति संगीत के अलावा और जीवन के प्रत्येक क्षेत्रों में दिखाई देते हैं जैसे- 

  • सिनेमा के क्षेत्र में – सिनेमा में पर्दें पर हम सिर्फ मुख्य कलाकारों को ही देखते हैं | जबकि एक फिल्म के निर्माण में अनेकों कलाकारों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है जोकि पर्दे के पीछे रहकर अपनी भूमिका निभाते हैं |

  • राजनीति  के क्षेत्र में – प्रत्येक नेता की सफलता के पीछे अनेक छोटे- छोटे नेताओं, कार्यकर्ताओं का हाथ होता है | वे अपना पूर्ण योगदान देकर एक बड़े नेता को जीताते हैं| उनका योगदान पर्दे के पीछे होता है |  

  • खेल के क्षेत्र में – जनता के सामने मैच खेलने वाले खिलाड़ी ही आ पाते हैं, जबकि उनको तैयार करने में अनेक लोगों का योगदान होता है |

             (किन्हीं दो बिन्दुओं का उल्लेख अपेक्षित अथवा छात्रों के विचार को अपने स्वविवेक से निरीक्षित करें)

4.

कविता ‘अट नहीं रही है’ में कवि ने प्रकृति की व्यापकता का वर्णन निम्नलिखित रूपों में किया है :- 

  • कवि ने प्रकृति की सुंदरता की व्यापकता का वर्णन अनेक प्रकार से किया| प्रकृति का सौन्दर्य फागुन में इतना अधिक है कि वह कहीं भी समा नहीं पा रहा, उसे छलकता हुआ दिखाया है |

  • कवि ने उसे किसी एक दृश्य में नहीं बांधा है, बल्कि असीम दिखाया है | चारों ओर विभिन्न प्रकार के रंग-बिरंगे फूल खिले हुए हैं, जिनसे सारा वातावरण सुगन्धित हो उठा है | 

  • घर-घर में भरने के भी अनेक रूप हैं| शोभा का भरना, फूलों का भरना ख़ुशी और उमंग का भरना, उड़ने को पर-पर करना भी ऐसा सांकेतिक प्रयोग है, जिसके विस्तृत अर्थ हैं | 

  • यह वर्णन पक्षियों की उड़ान पर भी लागू होता है और मन की उमंग पर भी| कवि का हृदय आनंदित हो पंख लगाकर उड़ने लगा है |

           (किन्हीं दो बिन्दुओं का उल्लेख अपेक्षित अथवा छात्रों के विचार को अपने स्वविवेक से निरीक्षित करें)

11.

पूरक पुस्तिका के निर्धारित के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए: 

1.

पाठ ‘साना- साना हाथ जोडि’ प्राकृतिक सौन्दर्य के आलौकिक आनंद में डूबी लेखिका को निम्नलिखित दृश्य झकझोर गए :-

  • जब लेखिका वातावरण का आनंद ले रही थी, तब उन्होंने पत्थर तोड़ती महिलाओं को देखा जिनकी पीठ पर बंधी डोकों में उनके बच्चे बँधे हुए थे |

  • वह कुदाल से पत्थर तोड़ रही थी| इतने सुन्दर वातावरण में जहाँ फूल, नदियाँ, झरने इत्यादि देखने से आनंद की प्राप्ति होती है, वहीँ पर भूख भरे इस दृश्य ने लेखिका को झकझोर दिया |

  • ये महिलाएँ रास्ते को चौड़ा करने का काम कर रही थीं | यह बहुत खतरनाक कार्य था | ज़रा- सी असावधानी होने पर उनकी जान जा सकती थी | 

  • एक और दृश्य उन्होंने देखा कड़कड़ाती ठंड ने तैनात फौजी लिए अपनी जान दाँव पर लगा देते हैं और हम अपने घरों में सुकून से रहते है | यह सोचकर लेखिका का मन भावुक हो उठा | 

                                           (अथवा छात्रों के विचार को अपने स्वविवेक से निरीक्षित करें)

2.

‘मैं क्यों लिखता हूँ’ के आधार पर लेखक को निम्नलिखित बातें लिखने के लिए प्रेरित करती हैं:

  • आभ्यंतर विवशता- लेखक के मन की विवशता उसे लिखने के लिए प्रेरित करती थी | लेखक ने बताया कि लेखन कार्य वास्तव में आंतरिक अनुभूति से उत्पन्न भावों की व्याकुलता से होता है | वह भी अपनी आंतरिक विवशता से मुक्ति पाने के लिए तथा तटस्थ होकर उसे देखने और पहचानने के लिए लिखता है |

  • संपादकों का आग्रह- कभी - कभी लेखन कार्य इसलिए भी किया जाता है क्योंकि विभिन्न पत्रों –पत्रिकाओं के संपादक उनसे लिखने के लिए आग्रह करते हैं परन्तु ऐसा करना बाहरी प्रेरणा का कारण है |

  • प्रकाशकों के तकाजे – इसी बाहरी प्रेरणा से लिखने वाले लेखन में ऐसा लिखना भी आता है जो पत्र-पत्रिकाओं के प्रकाशकों के तकाजे से लिखा जाता है |

  • इसके अतिरिक्त आर्थिक विवशता और आर्थिक आवश्यकता भी लेखन का आधार बनता है | किसी पत्र-पत्रिका या पुस्तक का लेखन उसकी अपनी आर्थिक मज़बूरी का भी हिस्सा हो सकता है |

                                                (अथवा छात्रों के विचार को अपने स्वविवेक से निरीक्षित करें)

3.

पाठ ‘माता का अंचल’ में आए प्रसंग प्रायः हृदयस्पर्शी हैं – कुछ प्रसंग जो हमारे दिल को छू गए वे इस प्रकार हैं-

  • बालक भोलानाथ का पिता से कुश्ती लड़ना, पिता का कुश्ती में हार जाना, बालक का उनकी पिता से प्यार करना, झुँझलाकर उनकी मूँछे नोचना | 

  • माँ द्वारा भोलानाथ को अनेक प्रकार से खाना खिलाने का प्रयत्न करना |

  • भोलानाथ द्वारा अपने साथियों के साथ मिठाई की दुकान सजाना, घरौंदे बनाना, दावत करना, बारात के जुलूस निकालने, खेती करने, फसल काटने-बोने के खेल खेलना |

  • साँप से भयभीत होकर बेतहाशा दौड़ते हुए माँ के आँचल में आ दुबकना और रोने लगना | माँ द्वारा अपना लाड़-प्यार उस पर उड़ेल देना, उसे चूमना, उसके आँसू पोछना और बार-बार गले लगाना |

                                              (अथवा छात्रों के विचार को अपने स्वविवेक से निरीक्षित करें)

12 .

निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर संकेत बिन्दुओं के आधार 

पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए-

अनुच्छेद लेखन 

  • भूमिका            1 अंक 

  • विषयवस्तु          3 अंक 

  • निष्कर्ष            1 अंक 

  • भाषा शुद्धता       1 अंक 

13.

किसी एक विषय पर लगभग 80 शब्दों में स्ववृत/ ईमेल लिखिए:

स्ववृत लेखन 

  • प्रारूप (प्रारम्भ और अंत की औपचरिकताएँ)  1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक

                       अथवा 

ईमेल लेखन 

  • प्रारूप (प्रारम्भ और अंत की औपचरिकताएँ)  1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक

14.

किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए:

पत्र लेखन 

  • प्रारूप (प्रारम्भ और अंत की औपचरिकताएँ)  1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक 

15.

किसी एक विषय पर लगभग 40 शब्दों में विज्ञापन / संदेश लेखन:


विज्ञापन लेखन 

  • रचनात्मक प्रस्तुति                      1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक

                         अथवा 

सन्देश लेखन 

  • रचनात्मक प्रस्तुति                      1 अंक 

  • विषयवस्तु                             3 अंक 

  • भाषा शुद्धता                          1 अंक

Click on the given below link to download the CBSE Class 10 Hindi A Pre-board Sample Paper 2025-26 PDF with Solutions:

CBSE Class 10 Hindi A Pre-board Sample Paper 2025-26 with Solutions PDF

CBSE Class 10 Hindi A pre-board sample paper (2025–26) with solutions is an ideal revision tool to familiarise students with the exam pattern, sharpen answering skills and build time management. Practice regularly with these solved papers to identify weak areas, improve confidence, and ensure a strong performance in the CBSE board exam on 2 March 2026.

Also check:

CBSE Board Syllabus 2025-26

Aayesha Sharma
Aayesha Sharma

Content Writer

Aayesha Sharma is a content writer at Jagran Josh, specializing in Education News. She holds a degree in Journalism and Mass Communication from the Institute of Management Studies, Ghaziabad. Passionate about creating impactful content, Aayesha enjoys reading and writing in her free time. For any quiery, you can reach her at aayesha.sharma@jagrannewmedia.com.

... Read More

Get here latest School, CBSE and Govt Jobs notification and articles in English and Hindi for Sarkari Naukari, Sarkari Result and Exam Preparation. Empower your learning journey with Jagran Josh App - Your trusted guide for exams, career, and knowledge! Download Now

Trending

Latest Education News